पचास फीसद तक घटी बिजली की खपत, इस बार गर्मियों में नहीं लगेंगे पावरकट
पावरकॉम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिंदर सिंह बांसल ने कहा कि बिजली सरप्लस होने के कारण इस बार पैडी सीजन में पावरकट की गुजाइंश नहीं रहेगी।
जालंधर [कमल किशोर]। पंजाब में लागू कर्फ्यू के दौरान जालंधर सर्कल में बिजली की खपत कम रह गई है। कारण यह है कि अधिकतर इंडस्ट्री व कॉमर्शियल यूनिट बंद चल रहे हैं। पिछले साल अप्रैल में बिजली की खपत 7000 मेगावाट थी, जोकि इस साल घटकर 3500 मेगावाट रह गई है। पिछले वर्ष अप्रैल में पावरकॉम ने 150 करोड़ का रेवेन्यू इकट्ठा किया था, जो इस बार 75 करोड़ रहने की उम्मीद है। इसके अलावा इस बार पावरकॉम के पास बिजली सरप्लस होने के कारण पैडी सीजन में जालंधर के लोगों को किसी प्रकार के पावरकट से नहीं जूझना पड़ेगा। पैडी सीजन में बिजली की खपत बढ़ जाएगी।
बता दें कि जालंधर में कुल 2.64 लाख कॉमर्शियल, 14.78 लाख घरेलू व 21 हजार इंडस्ट्रियल कनेक्शन हैं। पिछले साल रोपड़ का थर्मल प्लांट सुचारू रूप से चलने से बिजली की किल्लत नहीं हुई थी। फिलहाल पावरकॉम का टेक्निकल स्टाफ तारों की मेंटेंनस करने में जुटा हुआ है।
दस हजार मेगावाट तक पहुंच जाएगी बिजली खपत
पिछले साल जून में पैडी सीजन के दौरान बिजली की खफत 13000 मेगावाट पहुंच गई थी। इस वर्ष पंजाब में अधिकतर इंडस्ट्री बंद है। ऐसे में पैडी सीजन यानि जून में 10 हजार मेगावाट बिजली की खपत होने की उम्मीद है।
पचास फीसद घटी है बिजली की खपत : पावरकॉम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिंदर सिंह बांसल ने कहा कि इंडस्ट्री व कॉमर्शियल यूनिट बंद होने से बिजली की खपत पचास प्रतिशत कम हो चुकी है। पैडी सीजन में बिजली की खपत बढ़ जाती है। पिछले वर्ष सीजन में बिजली की खपत रिकॉर्ड 13000 मेगावाट रिकार्ड दर्ज की गई थी। इस साल पैडी सीजन में बिजली खपत 10 हजार रह जाएगी। बिजली सरप्लस होने के कारण पावरकट की गुजाइंश नहीं रहेगी।