अपहरण नहीं, लड़ाई-झगड़े का निकला मामला, करवाया समझौता
काला संघिया रोड पर पड़ते ग्रीन एवेन्यू में वीरवार देर रात कार सवार युवक ने बारह साल की किशोरी के अपहरण का प्रयास नहीं किया बल्कि मामला लड़ाई झगड़े का निकला।
संवाद सहयोगी, जालंधर : काला संघिया रोड पर पड़ते ग्रीन एवेन्यू में वीरवार देर रात कार सवार युवक ने बारह साल की किशोरी के अपहरण का प्रयास नहीं किया बल्कि मामला लड़ाई झगड़े का निकला।
वीरवार देर रात थाना भार्गव कैंप की पुलिस को दी शिकायत में लड़की की मां सपना और पड़ोसन अर्शी ने बताया था कि रात करीब ग्यारह बजे उनकी बारह वर्षीय बेटी घर के बाहर ही सैर कर रही थी। इतने में एक कार सवार युवक वहां पर आया और उसे जबरदस्ती कार में बिठाने लगा। उन्होंने देख लिया और बच्ची को कार से बाहर खींच लिया। इसी बीच उस युवक ने थोड़ी दूर खड़े अपने चार-पांच दोस्तों को बुलाया और हमला कर दिया। शोर सुनकर मोहल्ले वाले इकट्ठा हुए तो युवक कार छोड़कर भाग गए।
थाना भार्गव कैंप के प्रभारी भगवंत सिंह भुल्लर ने बताया कि मामले की जांच की तो पता चला कि कार सवार युवक एक डॉक्टर था जो किसी काम से जा रहा था। लड़की के भाई के साथ मामूली टक्कर हो जाने के बाद लड़ाई हो गई और लड़की के अपहरण के प्रयास का आरोप लगा दिया। दोनों पक्षों को बिठा कर बात की गई और उनमें समझौता हो गया है। भार्गव कैंप थाने पहुंचा शिकायतकर्ता, एएसआइ की बहस के बाद बेहोश हुआ
थाना भार्गव नगर में पहुंचा एक शिकायतकर्ता मुंशी के बहस करने पर बेहोश हो गया। उदय नगर के रहने वाले पीड़ित रमेश कुमार ने बताया कि वह विश्वकर्मा मंदिर के नजदीक रहते पड़ोसियों के साथ झगड़े की शिकायत थाने में देना पहुंचा लेकिन वहां मौजूद एएसआइ विजय कुमार उसकी हिफाजत करने की बजाय उससे ही बहस करने लगे। जिससे वह बेहोश होकर जमीन पर ही गिर गया। इसके बाद उसे सिविल अस्पताल दाखिल करवाया गया जहां उसे जीटीबी नगर स्थित एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। इसके बाद पारिवारिक सदस्यों ने थाना प्रभारी भगवंत सिंह को सारे मामले से अवगत करवा इंसाफ मांगा। इस पर प्रभारी भुल्लर ने परिवार को इंसाफ देने का आश्वासन देकर घर भेज दिया। बता दें कि एएसआई विजय कुमार पहले भी एक महिला द्वारा पैसे मांगने के आरोपों के बाद चर्चा में रहे हैं।