बार एसोसिएशन के नए प्रधान बोले, नया ज्यूडिशियल कांप्लेक्स और हर सदस्य का बीमा प्राथमिकता
सोमवार को पद की शपथ लेने वाले जालंधर बार एसोसिएशन के नए प्रधान एडवोकेट नरिंदर सिंह ने दैनिक जागरण से अपनी भविष्य की योजनाओं पर बात की।
जालंधर [मनीष शर्मा]। नए ज्यूडिशियल कांप्लेक्स और वकीलों की इंश्योरेंस के दो बड़े काम का विजन लेकर एडवोकेट नरिंदर सिंह सोमवार को ओल्ड लाइब्रेरी हॉल में दोपहर को जिला बार एसोसिएशन जालंधर के नए प्रधान पद की शपथ ली। पांच अप्रैल को हुए बार एसोसिएशन के चुनावों में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 479 वोटों से हराकर एकतरफा जीत हासिल की थी। एडवोकेट नरिंदर सिंह पहले भी दो बार जिला बार एसोसिएशन के प्रधान रह चुके हैं।
साल 2000-01 में वो चुनाव जीते थे और 2007-08 में निर्विरोध चुने गए थे। तब उनकी सेशन कोर्ट में लाइब्रेरी हॉल एक बड़ी उपलब्धि रही। इस बार भी वकीलों की सबसे बड़ी चैंबरों की मांग उनको पूरी करनी होगी। सोमवार को शपथ लेने से पहले बार एसोसिएशन के नए प्रधान एडवोकेट नरिंदर सिंह ने दैनिक जागरण से अपनी भविष्य की योजनाओं पर बात की।
सवाल : चुनाव में चैंबरों की समस्या सबसे बड़ा मुद्दा था, इसे कैसे हल कराएंगे?’
उत्तरः यह समस्या मैं भी समझता हूं। हर साल 150 नए वकील आ रहे हैं, उनको दिक्कत होती है। इसका एक ही हल है ज्यूडिशियल कांप्लेक्स, चाहे वो मौजूदा जगह पर बने या नंगलशामा में या फिर कहीं और, लेकिन मेरे इस कार्यकाल में इस पर काम होगा। इसमें भी मैं खास ख्याल रखूंगा कि यह कांप्लेक्स आने वाले 50 साल की वकीलों की जरूरतों को पूरा करने वाला होगा, जिसमें दस से पंद्रह हजार वकील आराम से बैठ सकें। इसमें बार और दूसरे सभी संबंधित पक्षों को साथ लेकर काम किया जाएगा।
सवाल: पार्किग का भी बड़ा इश्यू रहा?
उत्तरः इन सबका टेंपरेरी नहीं बल्कि परमानेंट हल ही करना होगा। इसके लिए ज्यूडिशियल कांप्लेक्स ही सही हल है। वहीं पर योजना की शुरूआत में ही पार्किंग की जरूरत को प्रमुखता से ध्यान रखकर प्लानिंग की जाएगी।
सवाल: वकीलों के वेलफेयर के लिए कोई खास योजना है?
उत्तरः यह तो मैंने पहले ही सोच रखा है। बार के मेंबर सभी वकीलों का इंश्योरेंस होगा। जब भी बार एसोसिएशन के साथ उनका रजिस्ट्रेशन होगा, तुरंत उनका इंश्योरेंस हो जाएगा। कम से कम इस इंश्योरेंस को हेल्थ तक तो रखा ही जाएगा ताकि किसी तरह की बीमारी या दुर्घटना के वक्त वकीलों को इसका लाभ मिल सके। इस बारे में जल्द इंश्योरेंस कंपनियों को बुलाकर बात की जाएगी।
सवाल: आपको काफी संख्या में वोट पड़े, क्या कहेंगे?
उत्तरः यह मेरी नहीं बल्कि वकीलों के भरोसे की जीत है। मेरे पिछले दो कार्यकाल देखकर उन्हें मुझ पर भरोसा था कि मैं उनके हक व जरूरत के लिए पूरी तरह काम करता हूं और आगे भी करूंगा, इसीलिए उन्होंने मेरी जीत सुनिश्चित की।