फर्जी दस्तावेज देने वाली कंपनी की जांच फाइल गायब, क्लर्क के बचाव में उतरे निगम कर्मचारी
म्यूनिसिपल इंप्लाइज यूनियन पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन समेत कई यूनियनों ने चेतावनी दी है कि इस मामले में किसी भी मुलाजिम के साथ धक्केशाही नहीं होने देंगे।
जागरण संवाददाता, जालंधर: नगर निगम के हार्टिकल्चर डिपार्टमेंट 55.11 लाख रुपये का टेंडर लेने के लिए फर्जी दस्तावेज देने वाली कंपनी के खिलाफ हुई जांच की फाइल गायब हो गई थी। इस मामले में बीएंडआर डिपार्टमेंट के जूनियर सहायक राजन गुप्ता को जिम्मेदार ठहराने पर निगम यूनियनों ने कड़ा एतराज जताया है। म्यूनिसिपल इंप्लाइज यूनियन, पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन समेत कई यूनियनों ने चेतावनी दी है कि इस मामले में किसी भी मुलाजिम के साथ धक्केशाही नहीं होने देंगे।
प्रेस कांफ्रेंस में पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन के प्रधान चंदन ग्रेवाल, बिशन दास सहोता, नरेश प्रधान, बंटू सभ्रवाल, सन्नी सहोता ने कहा कि समय-समय की सरकारें ठेकेदारों को खुश करने के लिए काम करती हैं, इसमें नेताओं का हित होता है। साल 2015 का यह मामला भी अब राजनीतिक कारणों से ही उठाया गया है। ग्रेवाल ने कहा कि राजन के मुताबिक फाइल एफएंडसीसी मीटिंग में दोबारा विचार करने के लिए 17 मार्च 2016 को टेंडर सेल ने मंगवाई थी। इसका रिकार्ड इसी तारीख में दर्ज है। टेंडर सेल ने यह फाइल एजेंडा ब्रांच को भेजी। 18 मार्च को यह फाइल एकांउट ब्रांच में गई और उसके बाद एकाउंट ब्रांच और ऑडिट ब्रांच में रही। जब जुलाई 2016 में यह फाइल राजन गुप्ता को दोबारा मिली तब इसमें जांच रिपोर्ट नहीं थी।
मेयर के लिए चुनौती बनेंगे कांग्रेस से नाराज चंदन
कांग्रेस में शामिल करने को लेकर हां-ना से नाराज हुए चंदन ग्रेवाल अब मेयर जगदीश राजा के लिए चुनौती बन सकते हैं। चंदन ग्रेवाल निगम यूनियनों पर पूरी तरह से काबिज हैं और मुलाजिमों में उनकी पकड़ है। वह पहले भी कई बार हड़ताल से निगम के लिए चुनौती बनते रहे हैं। अब कांग्रेस के रवैये से नाराज चंदन मुलाजिमों से जुड़े मद्दे उठाकर मेयर के लिए परेशानी पैदा कर सकते हैं।