दहेज की मांग पूरी ना होने पर ससुरालियों ने बहू से की मारपीट, गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत
दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो ससुरालियों ने गर्भवती बहू को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पति व ससुर ने उसके पेट में लातें मारी जिससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई।
जालंधर, जेएनएन। दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो ससुरालियों ने गर्भवती बहू को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पति व ससुर ने उसके पेट में लातें मारी, जिससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई। बहू का अभी भी सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने बहू की शिकायत पर पति, सास-ससुर, ननद, देवर-देवरानी के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ, मारपीट व गर्भ में बच्चे की मौत के मामले में केस दर्ज कर लिया है।
टीवी सेंटर के पीछे अवतार नगर में रहने वाली सोनिया ने बताया कि नौ मार्च 2019 को उसकी शादी कपूरथला रोड स्थित गुरुद्वारा संतगढ़ साहिब में दीपक के साथ हुई थी। इसके बाद वह ससुराल नागरा रहने चली गई। वहां थोड़े समय बाद ससुराल वालों ने उसे दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया।
उसने पहले शिकायत दी तो पुलिस ने 22 अगस्त को समझौता करा दिया और दीपक उसे साथ ले गया। इसके बाद वह गर्भवती हो गई। उसने पति को डॉक्टर के पास चलने को कहा तो ससुराली उससे झगड़ा करने लगे। वो कहने लगे कि उन्होंने उसे अपने पास नहीं रखना है। उन्हें बच्चा नहीं चाहिए। पति ने भी उनसे मिलकर कहा कि इसका गर्भपात कराना है। इसके बाद तकरार होती रही। 17 अगस्त 2020 को झगड़ा काफी बढ़ गया।
पति दीपक, ससुर कुलवंत सिंह, सास मनजीत कौर, ननद सोनिया उर्फ सोनू, देवर रमन कुमार व देवरानी मनदीप कौर ने उसके साथ मारपीट की। फिर उसे जबरन घर से बाहर निकाल दिया। उसने अपने भाई गगन को बुलाया, लेकिन ससुराल वालों ने उसका सामान रख ऑटो में बिठा उसे घर भेज दिया। हालत बिगडऩे पर उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी मेडिको लीगल रिपोर्ट काटने के बाद रविवार की वजह से बिना स्कैन उसे घर भेज दिया गया। वह दवाई खाती रही, लेकिन तबीयत ठीक नहीं हुई। सोमवार को उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। फिर मंगलवार को डॉक्टर ने स्कैन किया और कहा कि उसके पेट में पल रहे सात हफ्ते तीन दिन के बच्चे की मौत हो चुकी है। सोनिया ने कहा कि उसके ससुराल वालों की मारपीट की वजह से ही उसके गर्भ में बच्चे की मौत हुई है। फिलहाल कोई आरोपित पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।