जालंधर पहुंचे भागवत, छह प्रांतों के संघ पदाधिकारियों के साथ बैठकें आज से
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस से जालंधर सिटी स्टेशन पर रात 9.27 मिनट पर उतरे। शताब्दी के यहां पहुंचने से पहले ही फिल्लौर से लेकर जालंधर सिटी स्टेशन के बीच के सभी रेलवे स्टेशनों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
-विद्या धाम पहुंचते ही सीधे आवास में गए, गाड़ी में ही कर चुके थे भोजन
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सत्येन ओझा, जालंधर: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को कड़ी सुरक्षा में जालंधर पहुंचे। भागवत 9.27 बजे दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस से जालंधर सिटी स्टेशन पर पहुंचे। फिल्लौर से लेकर जालंधर सिटी स्टेशन के बीच के सभी रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई थी।
भागवत यहां संघ के उत्तर क्षेत्र (दिल्ली, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, हरियाणा व केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ प्रांत) के संघ अधिकारियों से दो दिन बैठकें करेंगे।
सुरक्षा में जुटे अधिकारी सिटी स्टेशन के पोस्ट ऑफिस के सामने उनके कोच रुकने की संभावना व्यक्त कर रहे थे, वहीं पर उन्होंने यात्रियों को दोनों ओर से आने-जाने पर रोक दिया था। सुरक्षा बलों के उस समय होश उड़ गए, जब संघ प्रमुख का कोच काफी पीछे ही रुक गया। बाद में संघ के लगभग छह-सात कार्यकर्ता व सुरक्षाकर्मी दौड़कर संघ प्रमुख के कोच तक पहुंचे, तब तक संघ प्रमुख जेड प्लस सुरक्षा व्यवस्था से सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म नं.1 की तरफ बढ़ने लगे थे। स्टेशन पर यात्रियों को होने वाली परेशानी को देखते हुए व सुरक्षा कारणों से मोहन भागवत को सिटी स्टेशन के मेन गेट की बजाय पोस्ट ऑफिस के गेट से बाहर निकाला गया। शहर को सीख भी दे गए
पोस्ट ऑफिस गेट से बाहर निकलते ही सुरक्षा बलों की आधा दर्जन गाड़ियों के फ्लीट के बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने लिए निर्धारित गाड़ी में सवार हुए। फ्लीट में शामिल पायलट गाड़ी व सुरक्षा बलों की दो गाड़ियां आगे निकल चुकी थीं, लेकिन मोहन भागवत ने चालक को गाड़ी आगे बढ़ाने से रोकते हुए पहले खुद सीट बेल्ट लगाई, बाद में ड्राइवर को भी सीट बेल्ट लगाने के बाद ही गाड़ी आगे बढ़ाने की इजाजत दी। उन्हें रेलवे स्टेशन से लाडोवाली रोड मार्ग से होते हुए सीधे विद्या धाम ले जाया गया। सीधे आवास में पहुंचे संघ प्रमुख
विद्या धाम पहुंचने के बाद संघ प्रमुख सीधे विद्या मंदिर की पहली मंजिल पर उनके ठहरने के लिए बनाए गए आवास में चले गए। संघ सूत्रों का कहना है कि सर संघ चालक ने भोजन शताब्दी में ही कर लिया था। हालांकि, विद्या धाम में उनके भोजन का पूरा इंतजाम था, लेकिन आवास में जाने के बाद उन्होंने न तो भोजन की मांग की और न ही किसी से बात की। कड़ी सुरक्षा घेरे में विद्या धाम
संघ प्रमुख के पहुंचने से पहले ही विद्या धाम को सुरक्षा के सख्त पहरे में ले लिया गया था। विद्या धाम में अंदर प्रवेश की अनुमति संघ के उन्हीं कार्यकर्ताओं को है, जिनके नाम सुरक्षा बलों के पास पहले से उपलब्ध हैं। उनकी सुरक्षा को देखते हुए विद्या धाम के हॉल व गैलरी वाले हिस्सों के बाहरी हिस्सों में पर्दे लगा दिए गए हैं, ताकि दूर से भी पता न चले कि अंदर क्या चल रहा है। संघ सूत्रों का कहना है कि बैठकों का दौर 9 अक्टूबर की सुबह 8.30 बजे के बाद शुरू हो जाएगा, जो देर शाम तक जारी रहेगा।