पंजाब के मोगा में नशे से बिगड़ी युवक की हालत, आंखों में आंसू लिए मां बोली- कोई तो तस्करों पर कार्रवाई करे
छिंदर कौर ने बताया कि सतनाम इकलौता बेटा है। वह लेंटर के लिए सरिया से जाल बनाता है। वह पिछले कई वर्षों से यह काम करता आ रहा है। फिर न जाने कैसे चार साल पहले गांव बुगीपुरा में चिट्टे का नशा करने वालों की संगत में फंस गया।
जासं, मोगा। नजदीकी गांव बुगीपुरा में रहने वाले 25 वर्षीय युवक सतनाम सिंह की अधिक नशा करने के कारण सोमवार को सुबह हालत बिगड़ गई। उसे इलाज के लिए माता-पिता ने मोगा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया है। फिलहाल, युवक की हालत स्थिर बनी हुई है। सतनाम के इस हालत में पहुंचने के बाद उसकी मां का रो रोकर बुरा हाल है। उन्होंने नशा बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बुगीपुरा की रहने वाली मां छिंदर कौर ने बताया कि सतनाम उनका इकलौता बेटा है। वह लेंटर के लिए सरिया से जाल तैयार करता है। वह पिछले कई वर्षों से यह काम करता आ रहा है। फिर, न जाने कैसे चार साल पहले गांव बुगीपुरा में नशे का काला कारोबार करने वाले लोगों के संपर्क में आ गया। बुरी संगत में फंसकर वह चिट्टे का सेवन करने लगा। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से गुहार लगाई कि नशा बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि उनकी तरह अन्य परिवारों को इस तरह का दुख न झेलना पड़े।
मोगा के सिविल अस्पताल में भर्ती सतनाम सिंह।
छिंदर कौर ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को कई बार समझाने का प्रयास किया लेकिन नशा सप्लाई करने वाले लगातार उसके संपर्क में रहते हैं। वह उसे चिट्टा बेचते हैं और इसलिए नशा छोड़ने नहीं देते हैं। पुलिस प्रशासन भी इन नशा तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करता है।
राजनीतिक पहुंच वाले लोग बेच रहे चिट्टा
पीड़ित युवक की मां का कहना है कि उनके गांव बुगीपुरा में राजनीतिक पहुंच रखने वाले लोग पिछले लंबे समय से चिट्ठे का काला कारोबार करते आ रहे हैं। पुलिस प्रशासन इन लोगों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसके कारण आए दिन नौजवान नशे की बलि चढ़ा रहे हैं। इमरजेंसी में बिगड़ी हालत के दौरान पहुंचे सतनाम सिंह को ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने प्राथमिक उपचार देना शुरू करने के साथ घटना की सूचना पुलिस को दे दी है।