पुलिस पर झपटमारों को बिना कार्रवाई किए छोड़ने का आरोप Jalandhar News
थाना आठ में मोबाइल झपटमारी की वारदात में पुलिस ने 14 दिन बाद भी केस दर्ज नहीं किया है।
जालंधर, जेएनएन। थाना आठ के क्षेत्र में मोबाइल झपटमारी की वारदात में पुलिस ने पहले तो 14 दिन बीतने के बाद भी केस ही दर्ज नहीं किया और फिर जब पीड़ित ने खुद ही आरोपितों का पता लगाकर उन्हें पकड़वाया तो पुलिस ने बिना कार्रवाई किए छोड़ दिया। हालांकि पीड़ित ने दावा किया कि वह अच्छे से लुटेरों के चेहरे पहचानता है। पकड़े गए आरोपित वहीं है जो शाह सिकंदर रोड पर 29 सिंतबर की शाम को उसका मोबाइल छीनकर भागे थे।
ज्ञात हो क्रिकेट बैट बनाने की कंपनी में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाला शाह सिकंदर रोड निवासी सुमित कुमार पुत्र सुनील कुमार 29 सितंबर की शाम को काम खत्म करके साइकिल से घर लौट रहा था। वह घर से कुछ दूर ही था कि बाइक सवार दो लुटेरे उसका आईफोन छीनकर भाग गए। सुमित ने बताया कि उसने इस झपटमारी की लिखित शिकायत थाना आठ की पुलिस में दी थी, लेकिन पुलिस ने 14 दिन बीतने के बाद भी मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया।
सुमित ने बताया कि रविवार को सुबह 9.30 बजे के करीब वह दोस्त के साथ बाइक पर टांडा अड्डा फाटक के पास से जा रहा था। इस दौरान एक दुकान के बाहर खड़ी काले रंग की बजाज प्लेटिना बाइक देखी। वह बाइक वही थी जो वारदात के समय लुटेरों के पास थी। वह बाइक चालक का पता करने दुकान पर गया। वहां वही दो युवक उसे मिले जिन्होंने उसका मोबाइल छीना था। इसके बाद उसने तुरंत फोन करके पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस उसे और उक्त दोनों युवकों को थाने ले गई। थाने में दोनों युवकों को उनके मालिक ने यह कहकर छुड़ा लिया कि वह उन पर भरोसा करता है। वह दोनों उनकी दुकान में काम करते हैं और कभी लूट नहीं कर सकते। इस पर पुलिस ने उक्त दोनों युवकों को छोड़ दिया।
थाना आठ के एसएचओ रुपिंदर सिंह ने कहा कि उक्त दोनों युवकों का कोई कसूर नहीं है, किसी ने गलत सूचना दी है। हालांकि एसएचओ ने इस बात को कोई जवाब नहीं दिया कि सुमित बार-बार यही कह रहा है कि आरोपित वही हैं जिन्होंने उसका मोबाइल छीना था। उसने ये भी कहा कि दोनों ने लूट की वारदात करते समय चेहरे नहीं ढंके थे इसलिए वह उनके चेहरे अच्छे से पहचानता है। यही नहीं उसे लुटेरों की बाइक का नंबर भी याद है।