मेयर को नैतिकता के आधार पर पद छोड़ देना चाहिए : भाजपा
नगर निगम हाउस की मीटिग पांच मिनट में स्थगित करने पर मेयर जगदीश राज राजा को भाजपा ने घेरा है। प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि मेयर राजा को उनकी ही पार्टी के सबसे सीनियर पार्षद देसराज जस्सल ने हटाने की मांग की है। मेयर की कार्यप्रणाली पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में राजा को शहर के हित में मेयर पद छोड़ देना चाहिए।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम हाउस की मीटिग पांच मिनट में स्थगित करने पर मेयर जगदीश राज राजा को भाजपा ने घेरा है। प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि मेयर राजा को उनकी ही पार्टी के सबसे सीनियर पार्षद देसराज जस्सल ने हटाने की मांग की है। मेयर की कार्यप्रणाली पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में राजा को शहर के हित में मेयर पद छोड़ देना चाहिए।
सुनील ज्योति, लोकल बॉडी सेल भाजपा के प्रदेश उपप्रधान व पूर्व पार्षद अश्वनी भंडारी, पूर्व पार्षद कंवलजीत सिंह बेदी ने कहा कि मेयर पर उनकी पार्टी के ही पार्षद लगातार आरोप लगाते आ रहे हैं कि शहर में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं और अफसरशाही हावी है। ऐसे में मेयर का अपने पद पर बने रहना ठीक नहीं है। कांग्रेस को भी चाहिए कि वह कोशिश करे कि मौजूदा कांग्रेस पार्षदों में से ही किसी बेहतर को शहर की कमान दे ताकि लोगों का कुछ भला हो सके। सुनील ज्योति ने कहा कि सिर्फ मेयर ही नहीं नगर निगम कमिश्नर करनेश शर्मा का भी जालंधर से जाना जरूरी है। भाजपा ने शहर को चार साल पहले जिस जगह पर छोड़ा था मेयर उससे कहीं पीछे ले गए हैं। जो विकास कार्य करवाए थे वह सारे ध्वस्त कर दिए हैं। नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के फंड की लूट हो रही है।
याद ना रखने वाला इतिहास बना रहे हैं राजा
पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि मेयर जगदीश राज राजा का कार्यकाल बेहद ही खराब रहा है। वह हर मोर्चे पर फेल साबित हो रहे हैं। मेयर राजा ऐसा इतिहास बना रहे हैं जिसे कोई भी याद नहीं रखना चाहेगा। यह पहला अवसर है जब अधिकारियों ने नगर निगम हाउस की मीटिग का बायकाट किया हो। ऐसा आज तक कभी इतिहास में नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी की मीटिग भी ऐतिहासिक हो रही है क्योंकि मीटिग्स में नगर निगम कमिश्नर को सीधे शामिल होने में हमेशा ही एतराज रहता है। कमिश्नर ऑनलाइन ही मीटिग में शामिल होते हैं जबकि मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर और सभी अधिकारी मीटिग में मौजूद रहते हैं तो कमिश्नर को किस बात का डर है। नया इतिहास है कि मेयर ने मीटिग बुलाकर सिर्फ पांच मिनट बाद ही इसे स्थगित कर दिया। अफसरों पर कार्रवाई न करने पर सवाल
पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने कहा कि यह भी एक इतिहास है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षदों ने एकमत से कई अवसरों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पारित किया था लेकिन मेयर जगदीश राज राजा इसे भी लागू नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञापन घोटाले में पास किए गए कार्रवाई के प्रस्ताव को बार-बार लटकाया जा रहा है। मेयर जगदीश राज राजा खुद शहर के वासी हैं इसलिए अगर उन्हें शहर की परवाह है तो वह यह पद छोड़कर किसी अन्य पार्षद को जिम्मेदारी सौंपे।