सुखदेव सिंह ढींढसा लगाएंगे अकाली दल बादल में सेंध, कई नेता संपर्क में
अकाली दल बादल में कई नेता इस समय गुटबंदी और पार्टी की नीतियों से निराश हैं। इस समय अकाली दल बादल के दो मेन ग्रुप जालंधर शहर की राजनीति में सक्रिय हैं।
जालंधर, जेएनएन। सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल ने जालंधर के अकाली नेताओं को अकाली दल बादल से तोड़ने की तैयारी कर ली है। यूनाइटेड अकाली दल के बाद ढींढसा समर्थित नेताओं ने अब अकाली दल को निशाने पर लिया है। इसके लिए जिला प्लानिंग बोर्ड के पूर्व चेयरमैन गुरचरण सिंह चन्नी को जिम्मेवारी दी गई है।
चन्नी कई साल तक अकाली दल बादल के जालंधर के प्रधान समेत राजनीतिक मामलों की कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। कई अकाली नेता उनके संपर्क में हैं। इनमें कई बड़े चेहरे भी बताए जा रहे हैं। अकाली दल बादल में कई नेता इस समय गुटबंदी और पार्टी की नीतियों से निराश हैं और नए प्लेटफार्म की तलाश में हैं। इस समय अकाली दल बादल के दो मेन ग्रुप जालंधर शहर की राजनीति में सक्रिय हैं। पूर्व विधायक सरबजीत सिंह मक्कड़ और जिला प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण के गुटों में अकाली दल बंटा है। मन्नण गुट के ज्यादातर नेता चन्नी के साथी रहे हैं। ऐसे में इस ग्रुप के कई नेता चन्नी के प्रयास से ढींढसा के साथ जुड़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि सुखदेव सिंह ढींढसा जल्द ही पार्टी के पदाधिकारियों की घोषणा करेंगे। इसके बाद अकाली दल बादल के कई नेताओं को तोड़कर साथ लाने की मुहिम शुरू होगी।
वीरपाल कौर पर केस की बजाय पश्चाताप करें सुखबीर : चन्नी
गुरचरण सिंह चन्नी ने कहा है वीरपाल कौर पर केस दर्ज करवाने का बयान देने वाले पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा को चाहिए कि वह केस दर्ज करवाने की बजाय पश्चाताप करें और सुखबीर बादल से भी पश्चाताप करवाएं। चन्नी ने कहा कि वीरपाल कौर ने ही यह खुलासा किया था कि डेरा सिरसा वाले के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सुखबीर बादल ने ही गुरु गोबिंद सिंह महाराज जैसी पोशाक उपलब्ध करवाई थी। बादल परिवार ने गुरमीत राम रहीम के खिलाफ केस वापस करवाया, दबाव डालकर अकाल तख्त साहिब से माफी दिलवाई। इसके लिए संगत कभी बादल परिवार को माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि डॉ. दलजीत सिंह चीमा को सुखबीर बादल की हर बात का पता होता है और वह इस सच्चाई से भी अनजान नहीं हैं।
पिछले कुछ दिनों में ही कई नेता संपर्क में आए हैं। जो भी आना चाहेंगे उनके लिए यही शर्त होगी कि उनके लिए पंथ और पंजाब सबसे पहले होने चाहिए। सुखदेव सिंह ढींढसा के नेतृत्व में अकाली दल के साथ बड़े नेता आ रहे हैं और अगले छह महीनों में स्पष्ट हो जाएगा कि असली अकाली कौन हैं। पार्टी एमएसपी के मुद्दे पर पूरी तरह से किसानों के साथ हैं और हर मोर्चे पर साथ रहेंगे।
गुरचरण सिंह चन्नी, पूर्व चेयरमैन, प्लांनिंग बोर्ड।