लवली ऑटो गोलीकांडः रिवाल्वर की जांच में हो सकते हैं अहम खुलासे, कानपुर में होगी जांच
नकोदर चौक के पास स्थित लवली ऑटो की दूसरी मंजिल पर युवती को गोली मारने के बाद खुदखुशी करने वाले मनप्रीत सिंह के पास मिली रिवॉल्वर उसकी नहीं थी।
संवाद सहयोगी, जालंधर। नकोदर चौक के पास स्थित लवली ऑटो की दूसरी मंजिल पर युवती को गोली मारने के बाद खुदखुशी करने वाले मनप्रीत सिंह के पास मिली रिवॉल्वर उसकी नहीं थी। ऐसे में पुलिस ने रिवाल्वर पर लगा यूआइडी नंबर रिवॉल्वर बनाने वाले फैक्ट्री में कानपुर में भेज दिया है, ताकि पता लगाया जा सके कि रिवॉल्वर का लाइसेंस किसके पास है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि ऑटो पार्ट्स की कंपनी में काम करने वाले मनप्रीत की सैलरी महज 14-15 हजार रुपये थी, जिससे रिवॉल्वर खरीदना संभव नहीं है। उसका कोई क्रिमिनल रिकार्ड भी नहीं है। ऐसे में अब कानपुर से आया रिकार्ड ही बता सकता है कि रिवॉल्वर का लाइसेंस किसके पास है और उसकी रिवॉल्वर मनप्रीत के पास कैसे आई। यह भी जांच की जाएगी कि लाइसेंस धारक ने रिवाल्वर चुनाव आचार संहिता लगने के बाद थाने में जमा क्यों नहीं करवाई।
लड़की की हालत गंभीर
सत्यम अस्पताल में दाखिल लड़की की हालत मंगलवार को भी गंभीर बनी थी। सिर में लगी गोली निकालने में जान जाने का खतरा है, जिसके चलते उसे आइसीयू में रखा हुआ है। डॉ. राजेश पसरीचा ने बताया कि लड़की की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस भी उसके बयान लेने आई थी लेकिन लड़की अनफिट है। उन्होंने बताया कि फिलहाल अगले 72 घंटे तक कुछ नहीं कहा जा सकता है।
पोस्टमार्टम के बाद मनप्रीत का शव परिजनों को सौंपा
मंगलवार को डॉ. अलफर्ड, डॉ. अमिता, डॉ. राकेश चोपड़ा की टीम ने मनप्रीत के शव का पोस्टमार्टम किया। गोली एक ओर से दूसरी ओर चली गई थी। इसके चलते सिर अंदर से पूरी तरह फट गया था। गोली का एक छर्रा उसके सिर के अंदर था, जिसे निकालकर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
नहीं हुए लड़की के बयान : डीसीपी
रिवाल्वर किसकी है, यह पता लगाया जा रहा है। लड़की अनफिट होने के कारण बयान नहीं हो पाए हैं जिसके चलते आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लड़की के परिजनों ने भी अभी कोई बयान नहीं दिए हैं। लड़की के होश में आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
- पीबीएस परमार, डीसीपी
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