Mahashivratri 2020 : महाशिवरात्रि पर मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, भाेलेनाथ का किया जलाभिषेक Jalandhar News
महाशिवरात्रि को लेकर शुक्रवार को शहर के शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। मंदिराें में शिव भक्त पूजा करने उमड़ पड़े हैं।
जालंधर, जेएनएन। महाशिवरात्रि को लेकर शुक्रवार को शहर के शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। बिल पत्र, भांग- धतूरा व फल फूल के साथ मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की विधिवत पूजा की। महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले श्रद्धालु शाम 6.15 बजे से चार पहर की पूजा का आगाज करेंगे। जिसे लेकर शहर मंदिरों में खास तैयारी की गई है।
खासकर शाम 6:15 से शुरू होकर शनिवार सुबह 6.54 तक होने वाली चार पहर की पूजा के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। जहां पर एक साथ शिव भक्त पूजा कर सकेंगे। सुबह से मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का अभिषेक करते हुए पंचामृत का सामान भी करवाया।
इस बारे में प्राचीन शिव मंदिर गुड़ मंडी के प्रमुख पुजारी पंडित नारायण शास्त्री बताते हैं कि इस बार 117 साल बाद महाशिवरात्रि पर दुर्लभ संयोग बना है। जिसमें शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में तथा शनि मकर में है। यह एक दुर्लभ संयोग है,जिसमें भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का उत्तम फल प्राप्त होता है।
इस दाैरान डीसी वरिंदर शर्मा ने अपने परिवार के साथ गीता मंदिर में माथा टेका।
महाशिवरात्रि की पूजा विधि
महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें, इसके बाद स्नान-ध्यान से निवृत होकर वस्त्र धारण कर, आमचन कर व्रत का संकल्प लें। तदोउपरांत शिवलिंग पर गंगाजल से जलाभिषेक करें। जब शिव जी का जलाभिषेक करें तो जल में चावल और चंदन डालकर "ऊं नम: शिवाय" मंत्र का उच्चारण करते हुए जलाभिषेक करें। इसके बाद भगवान शिव जी की को बारी-बारी से पूजा सामाग्री अर्पित करें। जब बेल पत्र अर्पित करें तो निम्न मंत्र का जाप करें।