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LPU ने वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन के नोबेल पुरस्कार जीतने के शताब्दी वर्ष पर करवाई ग्लोबल क्विज प्रतियोगिता

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के स्कूल आफ केमिकल इंजीनियरिंग एंड फिजिकल साइंसेज की तरफ वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन के नोबेल पुरस्कार जीतने के शताब्दी वर्ष के संबंध में वैश्विक आनलाइन क्विज प्रतियोगिता करवाई। जिसमें भारत सहिद विभिन्न देशों के एक हजार फैकेल्टी सदस्यों वैज्ञानिकों शोध विद्वानों स्टूडेंट्स आदि ने भाग लिया।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 11:31 AM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 11:31 AM (IST)
LPU ने वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन के नोबेल पुरस्कार जीतने के शताब्दी वर्ष पर करवाई ग्लोबल क्विज प्रतियोगिता
एलपीयू में वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन के नोबेल पुरस्कार जीतने के शताब्दी वर्ष के संबंध में वैश्विक आनलाइन क्विज प्रतियोगिता करवाई।

जालंधर, जेएनएन। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ केमिकल इंजीनियरिंग एंड फिजिकल साइंसेज की तरफ वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन के नोबेल पुरस्कार जीतने के शताब्दी वर्ष के संबंध में वैश्विक आनलाइन क्विज प्रतियोगिता करवाई। जिसमें भारत सहिद विभिन्न देशों के एक हजार फैकेल्टी सदस्यों, वैज्ञानिकों, शोध विद्वानों, स्टूडेंट्स आदि ने भाग लिया। यह अंतरर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स (आईएपीटी) के तत्वावधान और प्रतिष्ठित भारतीय भौतिक विज्ञानी पद्मश्री प्रो. एचसी वर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित की गई।

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उन्होंने कहा कि फिजिक्स के विकास में अल्बर्ट आइंस्टीन का योगदान अद्वितीय है। आइंस्टीन द्वारा की गई खोजों और आविष्कारों ने विज्ञान के क्षेत्र में क्रांति ला दी है और कई आधुनिक तकनीकी एप्लिकेशंस की नींव रखी है । फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव की उनकी महत्वपूर्ण खोज ने उन्हें वर्ष 1921 में प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार दिलवाया। इस प्रतियोगिता में 26 प्रतिभागियों ने 85 फीसद अंक प्राप्त किए और वैश्विक स्तर वाले ई-सर्टिफिकेट जीते। प्रतियोगिता ने निष्ठा श्रेया भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई में एक वैज्ञानिक और सुनीता सिंह उत्तर प्रदेश की एक सरकारी विज्ञान शिक्षक को संयुक्त टॉपर के रूप में घोषित किया।

एलपीयू के कार्यकारी डीन डा. लोवी राज गुप्ता ने इस सफलता उन्मुख वैश्विक प्रयास के लिए एचओडी डा. कैलाश सी जुगलान, डा. राजेश कुमार, डा. नेहा मुंजाल पर आधारित टीम को बधाई दी। एलपीयू में इस विशेष प्रयास को जाने-माने भारतीय फिजिक्स के विज्ञानी प्रो. एच.सी. वर्मा ने भी जूम प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन बैठक में अत्यंत सराहा। यह सर्वविदित तथ्य है कि एक विषय के रूप में फिजिक्स के विकास में इतने सारे वैज्ञानिकों का योगदान रहा है परन्तु इनमें अल्बर्ट आइंस्टीन के योगदान को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है।


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