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छुट्टे पैसे ना होने का बहाना बना सिलेंडर की होम डिलीवरी के नाम पर हर महीने 20 लाख रुपये की लूट

फरवरी में गैस के दामों में भारी इजाफे के बाद रसोई गैस सिलेंडर के दाम 885.50 रुपये निर्धारित किए गए हैं। उपभोक्ताओं से 890 वसूले जा रहे हैं।

By Edited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 02:15 AM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 09:15 AM (IST)
छुट्टे पैसे ना होने का बहाना बना सिलेंडर की होम डिलीवरी के नाम पर हर महीने 20 लाख रुपये की लूट

जालंधर [शाम सहगल]। रसोई गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी के नाम पर हर माह लाखों रुपये का घोटाला किया जा रहा है। घोटाले का यह खेल तीनों ऑयल कंपनियों (इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम) की गैस एजेंसी संचालकों के कारिंदो द्वारा बड़े पैमाने पर खेला जा रहा है। इसमें उपभोक्ताओं को भारी चुना लगाया जा रहा है। इस घोटाले पर अंकुश लगाने की बजाय जिला खाद्य आपूर्ति विभाग उपभोक्ता की शिकायत का इंतजार कर रहा है।

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दरअसल, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम हर माह अंतर्राष्ट्रीय कीमतों के मुताबिक तय किए जाते हैं। माह भर इन्हीं दामों पर उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति की जाती है। दाम निर्धारित करने के बाद उपभोक्ताओं से अतिरिक्त वसूली का खेल खेला जाता है। फरवरी में गैस के दामों में भारी इजाफे के बाद रसोई गैस सिलेंडर के दाम 885.50 रुपये निर्धारित किए गए हैं। जबकि, उपभोक्ताओं से 890 वसूले जा रहे हैं। यही नहीं घर की पहली या दूसरी मंजिल पर सिलेंडर पहुंचाने के नाम पर कई एजेंसियों के मुलाजिम 900 रुपये तक की वसूली करते हैं।

रोजाना 67,500 रुपये की हो रही वसूली

जिले की तीनों आयल कंपनियों की गैस एजेंसियों द्वारा रोजाना औसत 15000 घरेलू गैस सिलेंडर की सप्लाई दी जाती है। इस हिसाब से प्रति उपभोक्ता से 4.50 रुपये अतिरिक्त वसूल कर उन्हें 67,500 रुपये की चपत लगाई जा रही है। माह भर में यह आंकड़ा 20 लाख रुपये तक पहुंच रहा है।

खुले पैसे की कमी बनाते हैं बहाना

रसोई गैस सिलेंडर के सप्लायर खुले पैसे न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं। इसके चलते उपभोक्ताओं को मजबूरन अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है। जबकि, उपभोक्ता अधिकारों के तहत यह व्यवस्था सप्लाई देने वाले को करनी होती है।

उपभोक्ताओं की राय

चरणजीतपुरा की ग्रहणी गौरी महेंद्रू बताती हैं कि रसोई गैस सिलेंडर की सप्लाई देते समय सप्लायर को खुले पैसे रखने चाहिए। घर में छुट्टे पैसे न होने के चलते उन्हें मजबूर अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है। इसी तरह एडवोकेट रविंदर मनूजा बताते हैं कि रसोई गैस सिलेंडर के दाम निर्धारित करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि छुट्टे पैसे की जरूरत ही ना पड़े। इससे उपभोक्ता लूट का शिकार होने से बच सकता है।

शिकायत मिलते ही होगी कार्रवाई

इस बारे में जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के जिला अधिकारी नरेंद्र सिंह बताते हैं कि अभी तक अतिरिक्त वसूली को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। उन्होंने कहा कि जैसे ही इस संबंध में शिकायत आती है बनती कार्रवाई की जाएगी।

सप्लायर्स को दी जाती हैं हिदायतें

ऑल इंडिया एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के जिला अध्यक्ष ललितेश भसीन बताते हैं कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सप्लायर्स को खास हिदायतें दी गई हैं। उन्होंने कहा उपभोक्ताओं को पर्ची के ऊपर अंकित राशि के अतिरिक्त पैसे नहीं देने चाहिए।

यहां करें शिकायत

अलग-अलग ऑयल कंपनियों के उपभोक्ता किसी भी तरह की शिकायत करने के लिए अपनी कंपनी के हेल्पलाइन नंबर की सहायता ले सकते हैं।

-इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का हेल्पलाइन नंबर : 1906

-भारत पेट्रोलियम का नंबर : 9478956789

-हिंदुस्तान पेट्रोलियम का नंबर : 9855623456

इलाके के हिसाब से निर्धारित किए जाते हैं दाम

ऑयल कंपनियों द्वारा जिला स्तर पर खर्च व टैक्स के हिसाब से दाम निर्धारित किए जाते हैं। कैंट हलके में चुंगी लगाए जाने के बाद दाम 888.50 रुपये हैं, जबकि शहरी हलके में दाम 885.50 रुपये हैं। इसी हिसाब से पंजाब के अन्य शहरों में सिलेंडर के दाम कंपनियों द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।

गोदाम से सिलेंडर मिलता है 29 रुपये सस्ता

तीनों ऑयल कंपनियों की गैस एजेंसियों द्वारा गोदाम से सिलेंडर लेने पर 29 रुपये की रिबेट दी जाती है। इसके लिए उपभोक्ता को ऑनलाइन गैस की बुकिंग करवाने के बाद अपनी गैस एजेंसी से कैश एंड कैरी का वाउचर लेने के बाद गोदाम से सिलेंडर लेना होता है। गैस एजेंसियों के गोदाम शहर के कई किलोमीटर दूरी पर होने के चलते अर्बन में ऐसे उपभोक्ता न के बराबर हैं।


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