कृषि कानूनों की आड़ में सहयोग के नाम पर फिल्लौर के गरीब परिवार को लूटा Jalandhar News
जालंधर में फिल्लौर के एक गरीब परिवार को निहंग सिंहों के भेष में आए कुछ लोग गरीब परिवार को लूट कर फरार हो गए। परिवार के लोगों ने बताया कि वे किसान आंदोलन के लिए सहयोग राशि इकट्ठी कर रहे हैं और ऐसी बातें करते-करते अंदर आ गए।
जालंधर, जेएनएन। कृषि कानून रद करवाने के लिए किसान दिल्ली बार्डर पर संघर्ष कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग किसान आंदोलन में सहयोग के नाम पर प्रदेश के लोगों को लूट रहे हैं। ऐसा ही कुछ फिल्लौर के एक गरीब परिवार से हुआ, जहां निहंग सिंहों के भेष में आए कुछ लोग गरीब परिवार को लूट कर फरार हो गए।
माहिला पुत्र जमानदीप निवासी लोहगढ़ रोड अपरा ने बताया कि बीती रात वह घर में सो रहा था। घर में उसकी पत्नी साबी और बहु जूना पत्नी अशरफ भी थी। अचानक आधी रात को एक हरे रंग की गाड़ी उनके घर के बाहर रुकी और चार लोगों ने दरवाजा खटखटाया। इन लोगों ने कहा कि वे किसान आंदोलन के लिए सहयोग राशि इकट्ठी कर रहे हैं और ऐसी बातें करते-करते अंदर आ गए।
इन लोगों ने उससे 5100 रुपये सहयोग राशि देने को कहा लेकिन उसने 1100 रुपये देने की बात करते हुए पत्नी साबी को अलमारी से उक्त पैसे देने के लिए कहा। पत्नी ने अलमारी खोली तो उक्त लोग भी अंदर आ घुसे और जबरन अलमारी से 6900 रुपये की राशि व सोने की बालियां छीनकर फरार हो गए।
रोटी न बनाने से मना किया तो साथी ने दातर से किया जख्मी
महितपुर के गांव आदरामान में एक मजदूर साथी ने दूसरे साथी को रोटी बनाने से मना करने पर पहले मारपीट की और बाद में दातर से हमला कर घायल कर दिया। 60 वर्षीय राजकुमार ने बताया कि वह अपने साथी काला ढोली के साथ मजदूरी करके वापस घर आया था। दोनों कमरे में बैठकर बातें कर रहे थे तो काला ने उसे रोटी बनाकर खिलाने को कहा। उसने इंकार किया तो काला ने पहले गाली गलौच की फिर मारपीट। इसी बीच वहां पड़े दातर से उसपर वार किया। उसने शोर मचाया तो लोग इकट्ठा हो गए। वह मौके से फरार हो गया।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें