बरसात में जनता, चुनाव में नेताओं को रुलाएंगी सड़कें
शहर की सड़कें इस बार मानसून में एक बार फिर खूब रुलाएंगी। सड़कें दो साल से लोगों को परेशान कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर
शहर की सड़कें इस बार मानसून में एक बार फिर खूब रुलाएंगी। सड़कें दो साल से लोगों को परेशान कर रही हैं। पहले साल नगर निगम की कारगुजारी से काम प्रभावित रहा तो इस बार लॉक डाउन ने कसर निकाल दी। जिन कामों के वर्क आर्डर जारी हो चुके हैं वह भी शुरू नहीं हो पा रहे। विधायकों की 40 करोड़ की ग्रांट में से कई काम अभी पेंडिग चल रहे हैं तो नई 100 करोड़ की ग्रांट के कामों के एस्टीमेट बनने शुरू हो गए हैं। सभी विधायकों को 25-25 करोड़ की ग्रांट मिली है। जबकि पुरानी ग्रांट में से 20 करोड़ और अर्बन एनवायरमेंट फंड के तहत हाल ही में सरकार ने 35 करोड रुपये जारी किए हैं। ऐसे में शहर में एक साल में 150 करोड रुपये से सड़कों के काम करवाने ही आसान नहीं होगा। नए काम के एस्टीमेट अभी बन रहे हैं तो पुराने काम बरसात, लॉक डाउन से लंबित हैं। मानसून खत्म होने के बाद निगम को सितंबर के आखिर में सड़क निर्माण करवाना होगा जो दिसबंर के पहले हफ्ते तक चल सकता है। अगर निगम सितंबर से दिसबंर तक काम से चूक गया तो जनता की नाराजगी सहनी मुश्किल हो जाएगी। 150 करोड़ के काम के लिए नगर निगम के लिए सितंबर 2020 से नवंबर 2021 के बीच करीब 9 महीने का समय मिलेगा। 2022 फरवरी में विधानसभा चुनाव से पहले इस समय को अगर कांग्रेस सरकार ठीक तरह से प्लान न कर पाई तो कांग्रेस के लिए हालात बिगड़ सकते हैं। ----------
सितंबर से दिसबंर तक युद्ध स्तर पर होगा काम : मेयर
मेयर जगदीश राजा ने कहा कि सड़क निर्माण के लिए लिए फंड एडवांस आए हैं। पहले लॉक डाउन और अब बरसात के कारण सड़कें बनाने में रुकावट आ रही है। बरसात के खत्म होने के तुरंत बाद सितंबर महीने से युद्ध स्तर पर सड़क निर्माण शुरू करेंगे। 100 करोड़ की नई ग्रांट से होने वाले काम के लिए विधायक पीडब्ल्यूडी से भी आधा काम करवाना चाहते हैं, इससे थोड़ी आसानी रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर दोनों जगह एक ही ठेकेदार हुए तो मुश्किल हो सकती है।