जालंधर के रामा मंडी-पीएपी फ्लाईओवर पर हादसों को न्योता दे रही धुंध, चार माह बाद भी नहीं जुड़ा लाइटों का कनेक्शन
पावरकाम ने हाईवे पर रामा मंडी से लेकर पीएपी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) तक लगाए 75 पोल को बिजली का कनेक्शन नहीं दिया है जिस कारण रात के समय वाहन चालकों के लिए घुमावदार फ्लाईओवर से निकलना चुनौती बना हुआ है।
जालंधर, जेएनएन। धुंध हाईवे को घेरने लगी है और रात के समय वाहन चालकों के लिए घुमावदार फ्लाईओवर से निकलना भी चुनौती बन बैठा है। वहीं, हाईवे पर एलईडी युक्त लाइटों के पोल लगे होने के बाद भी अंधेरा छाया रहता है। अंधेरा छाए रहने की वजह यह है कि अभी तक भी पावरकाम की तरफ से हाईवे पर रामा मंडी से लेकर पीएपी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) तक लगाए गए 75 पोल को बिजली का कनेक्शन नहीं दिया गया है।
हालांकि हाईवे निर्माण कर रही कंपनी का दावा है कि नए लगाए गए पोलों को बिजली का कनेक्शन लेने के लिए चार महीने पहले ही पावरकाम को आवेदन कर दिया गया था। कंपनी के इलेक्ट्रिकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें पावरकाम की तरफ से यह जानकारी दी जा रही है कि फाइल एस्टीमेट के लिए एसई आफिस में भिजवाई गई है, लेकिन उसके बाद तो अब पावरकाम के अधिकारियों ने फोन उठाने ही बंद कर दिए हैं।
बिधिपुर से लेकर परागपुर तक लगाए 350 लाइटों के पोल
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक बिधिपुर से लेकर परागपुर स्थित जालंधर की हद तक कुल 350 लाइटों के पोल लगाए गए हैं, जिनके लिए बिजली के लगभग 16 कनेक्शन लिए गए हैं और लगभग पांच से छह लाख बिजली का बिल भी अदा किया जाता है। रामा मंडी और पीएपी आरओबी तक रोशनी की व्यवस्था नहीं थी। इस वजह से नए पोल लगाए गए, जिनके लिए बिजली के दो कनेक्शन लेने को आवेदन किया गया था, लेकिन कनेक्शन अभी तक भी नहीं मिल पाया है। फिलहाल पावरकाम के संबंधित अधिकारियों से इस बारे में संपर्क संभव नहीं हो सका है।