सुंदरकांड पाठ में माता सीता व हनुमान की भेंट का किया व्याख्यान
जालंधर : केसरी नंदन पवन पुत्र हनुमान ने माता सीता के समक्ष प्रभु श्री राम के बल का प्रेम के साथ विस्
जालंधर : केसरी नंदन पवन पुत्र हनुमान ने माता सीता के समक्ष प्रभु श्री राम के बल का प्रेम के साथ विस्तारपूर्वक बखान किया। माता सीता सीता जान गई की हनुमान प्रभु राम के सच्चे सेवक है। यह प्रवचन मंगलवार को श्री देवी तालाब मंदिर में सुंदरकाड के पाठ के दौरान राम भक्त मदन लाल गुप्ता ने किए। उन्होंने बताया कि प्रभु राम के प्रति अति प्रेम देख माता सीता ने श्री हनुमान को पुत्र कहा और आर्शीवाद देने शुरू कर दिए। उन्होंने हनुमान को अजर अमर होने, बल और शील का भंडार गुणों के खजाने होने के वरदान दिए। तुम्हे प्रभु तुम पर सदा बहुत कृपा करते रहे। माता सीता के मुख से प्रभु कृपा के वरदान सुन कर श्री हनुमान जी नाच उठे और प्रभु राम के प्रेम में मग्न हो गए। श्री हनुमान जी ने बारबार माता सीता के चरणों में शीश झुका नमन किया। श्री हनुमान जी को लंबा सफर तह करने के बाद भूख लग गई। माता सीता ने हुमनान की बुद्धि और निपुणता देखी और उन्हें वन में जाकर मीठे फल खाने की अनुमित प्रदान की। इसके उपरात भजन किए गए और श्री हनुमान जी और माता जी की पंचदीप महा आरती कर भक्तों को प्रसाद बाटा। इस मौके पर मंडल प्रधान सुखदेव सैनी, रमेश मेंहदीरत्ता, राकेश महाजन, सतीश भाटिया, सुरिन्दर गुप्ता, अश्वनी चावला, राकेश सुनेजा, ललित कुमार, सुरिन्दर अग्रवाल, गुरदीप सिंह, सतीश गुल्यानी, रवि कुमार, बलविन्दर सिंह, बिंदी, दीपक गोयल, अशोक कोछड़,बलवंत ग्रोवाल, अमृत लाला, गिरधारी लाल शर्मा,पवन शर्मा, संयोगता शर्मा, डेजी सुनेजा, कंचन कोछड़, शशी, अर्वशी, उर्मिल, लता, कला, वीना, नीलम रानी के अलावा अन्य राम भक्त मौजूद थे।