महेंद्रू मोहल्लाः सिरसा से जालंधर पहुंची थी महेंद्रू-बाहरी बिरादरी, उत्तरी हलके की राजनीति का है केंद्र बिंदु
प्राचीन काल में सिरसा में अकाल पड़ने पर बिरादरी के कुलगुरु श्री सिद्ध बाबा केशव नाथ ने सभी सदस्यों को जालंधर जाने के निर्देश देकर उन्हें यहां बसाया था।
जालंधर [शाम सहगल]। एक तरफ मिट्ठा बाजार और दूसरी तरफ मलकां चौक के बीच में बसे महेंद्रू मोहल्ले का इतिहास श्री सिद्ध बाबा केशव नाथ के साथ जुड़ा हुआ है। सैकड़ों वर्ष पूर्व शहर में आकर बसे महेंद्रू-बाहरी बिरादरी के नाम से यह मोहल्ला विख्यात हुआ। खास बात यह है कि तंग इलाका होने के बावजूद आज भी यह मोहल्ला घनी आबादी का केंद्र है।
महेंद्रू-बाहरी बिरादरी के मुख्य प्रवक्ता दीपक महेंद्रू बताते हैं कि बिरादरी के इतिहास के मुताबिक सैकड़ों वर्ष पूर्व सिरसा के इलाके में भीषण अकाल पड़ा था। इस दौरान वहां पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बिरादरी के कुलगुरु श्री सिद्ध बाबा केशव नाथ ने बिरादरी के सभी सदस्यों को परम स्थली जालंधर जाने के निर्देश दिए। इस पर पूरा इलाका बाबा जी की अगुआई में फिरोजपुर व कपूरथला से होते हुए जालंधर पहुंचा। शहर में प्रवेश से पूर्व यह काफिला बस्ती पीरदाद में ठहरा था। जंगल के रूप में एकांत स्थान को भक्ति के लिए उत्तम मानते हुए बाबा केशव नाथ ने इसी स्थान पर अपना डेरा लगाने का निश्चय करते हुए बाकी काफिले को शहर के अंदर के इलाके में जाने का निर्देश दिया। उस समय यह काफिला जिस इलाके में बसा, वह महेंद्रू मोहल्ले के नाम से विख्यात हुआ।
उत्तरी हलके की राजनीति में भी बनाई पहचान
शहर के उत्तरी हलके की सियासत का ताना-बाना शुरू से ही महेंद्रू मोहल्ले से बुना जाता रहा है। बात भले ही विधायक रहे भैरों बाजार के वेद ओमप्रकाश दत्त की हो या फिर पूर्व विधायक स्व. राजकुमार गुप्ता की, महेंद्रू मोहल्ले का चौक सियासत का केंद्र बिंदु रहा है। यही नहीं, उत्तरी हलके में लगातार दो बार विधायक रहे केडी भंडारी का घर भी इसी मोहल्ले में है। स्व. राजकुमार गुप्ता की तो शहर की राजनीति में भी एक अलग पहचान बनी।
शहर से पहले मोहल्ला बना स्मार्ट
द सिटीजन अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के मैनेजर अमित शर्मा ने जालंधर को स्मार्ट सिटी बनाने से पहले ही महेंदू मोहल्ले को स्मार्ट बना दिया है। इलाके में सफाई कर्मी भले ही छुट्टी पर हों, लेकिन इस मोहल्ले में कूड़े का एक कण भी नजर नहीं आएगा। मोहल्ले के पार्क में एक हौद में कूड़े से खाद बनाई जा रही है। यह काम इलाके के रहने वाले और ‘समर्पण टू द नेशन’ संस्था के संचालक अमित शर्मा व उनकी टीम कर रही है। मोहेंद्रू मोहल्ले से शुरू हुआ एक अदद प्रयास आज शहर का अभियान बन चुका है। अमित शर्मा बताते हैं कि हमारे मोहल्ले से प्रेरित होकर सुरानुस्सी, आदर्श नगर व जेपी नगर के बाद अब हरबंस नगर में भी कूड़े से खाद तैयार की जा रही है। इसके साथ ही शहर भर में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। लोग भी अभियान में अपना पूरा सहयोग कर रहे हैं।
मोहल्ला आसपास के लिए भी महत्वपूर्ण
आसपास की कॉलोनियों के लिए महेंद्रू मोहल्ला शुरू से महत्वपूर्ण रहा है। कारण, यहां पर पांच राशन डिपो हुआ करते थे, जहां आसपास की कॉलोनियों के लोगों को भी सस्ते दरों पर राशन उपलब्ध करवाया जाता था। इसके साथ पुराने शहर में इस मोहल्ले में दाने भूनने की भट्ठी से लेकर करियाना व मनियारी की सबसे अधिक रिटेल दुकाने थीं।
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