किशोर कुमार का बिसरा दोबारा जांच को भेजा
जागरण संवाददाता, जालंधर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के कार्यकर्ता किशोर कुमार के मौत के मामले
जागरण संवाददाता, जालंधर
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के कार्यकर्ता किशोर कुमार के मौत के मामले में एसआइटी टीम ने सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम पैनल व सिविल सर्जन डॉ. रघुबीर सिंह रंधावा से पूछताछ की। पोस्टमार्टम में मिली इंजरी से एसआइटी को खास जानकारी नहीं मिल सकी है। वहीं पिछली बार भेजा गया किशोर का बिसरा लैब के लेने से इंकार करने के बाद उसे फिर से भेजा गया है। एसआइटी की पांच सदस्यीय टीम को डीसीपी राजिंदर सिंह लीड कर रहे हैं। पूछताछ के दौरान डीसीपी भी साथ रहे। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर सुरिंदर और डॉक्टर प्रिया ने एसआइटी के साथ डिस्कशन में बताया कि किशोर की टांग तो ट्रेन के कारण ही कटी थी, जबकि सिर पर मिले शार्प इंजरी के घाव देखकर क्लीयर नहीं कहा जा सकता कि घाव किसी हथियार के ही हैं। ट्रेन की चपेट में सिर आने से अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है कि इंजरी किस तरह की हो जाएगी। इस दौरान एसआइटी को कुछ अन्य तथ्य भी मिले हैं। वहीं बुधवार को ही किशोर के बिसरा को लैब में जांच के लिए जीआरपी पुलिस ने फिर से भेजा है। पिछली बार भेजे गए बिसरे में कुछ चीजों की कमी के चलते लैब की ओर से बिसरा लेने से इंकार कर दिया गया था। उन कमियों को दूर कर बिसरा फिर से भेजा गया है। इसके अलावा फॉरेंसिक टीम ने किशोर की मौत के दौरान कमीज और पैंट को भी जांचा है।