कम पानी पीने वालों को परेशान करती है किडनी स्टोन
किडनी में साल्ट व आक्सोलेट की मात्रा बढ़ने से किडनी में पत्थरी के मामले बढ़ते हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : किडनी में साल्ट व ऑक्सोलेट की मात्रा बढ़ने से किडनी में पत्थरी के मामले बढ़ते हैं। 70-80 फीसद मरीजों में पत्थरी खुद ही पेशाब के रास्ते निकल जाती है। यह जानकारी न्यू रूबी अस्पताल के डॉ. पुनीत पाल ¨सह ग्रोवर ने संगोष्ठी के दौरान दी।
उन्होंने कहा पानी का सेवन कम करने वाले लोगों को किडनी में पत्थरी ज्यादा परेशान करती है। किडनी स्टोन का दर्द खासा दर्दनाक होता है। दर्द से राहत पाने के लिए पहले ही परहेज कर चलना चाहिए। रोज चार से पांच लीटर पानी का सेवन करना चाहिए। इसके चलते पत्थरी पेशाब के रास्ते निकल जाती है। इसके बावजूद न निकलने वाली पत्थरी की समस्या के समाधान के लिए दूरबीन से पत्थरी को निकाला जा सकता है। संगोष्ठी के दौरान डॉ. एसपीएस ग्रोवर ने बताया कि परहेज के साथ दवाइयों के सेवन से शुगर पर काबू पाना संभव है। इसके अलावा रोजाना कम से कम आधा घंटा व्यायाम मरीजों को बीमारी से लड़ने के लिए एक नई ऊर्जा प्रदान करता है। उन्होंने मरीजों को रुटीन में दवाइयों का सेवन करने की भी सलाह दी। उन्होंने बताया कि अपनी सेहत का खुद ख्याल रखना बेहद जरूरी है। पहले से ही एहतियात बरत कर आप बीमारियों से दूर रह सकते हैं। इस मौके पर डॉ. यश पाल वासन, डॉ. मो¨हदर ¨सह, डॉ. राठौर, डॉ. बल¨जदर ¨सह, डॉ. बलवीर ¨सह, डॉ. डेविड, डॉ. राज कुमार , डॉ. राकेश तथा डॉ. कामराज के अलावा चिकित्सा जगत से जुड़े अन्य लोग मौजूद थे। सभी डॉक्टर्स ने अपने विचारभी सांझा किए।