जांच रिपोर्ट में कैबिनेट मंत्री आशु का नाम, सुखपाल खैहरा ने सीबीआइ जांच मांगी
सुखपाल खैहरा ने कहा कि भारत भूषण आशू को तुरंत कैबिनेट से बर्खास्त किया जाना चाहिए। उसके बाद पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज या सीबीआई से करवाई जाए।
जेएनएन, जालंधऱ। दैनिक जागरण की ओर से मामला उठाने के बाद अब पंजाबी एकता पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने बुधवार को लुधियाना के ग्रैंड मैनर होम्स प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी को दबाने के लिए कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को जिम्मेवार ठहराया। उन्होंने डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों की जांच रिपोर्ट भी सार्वजनिक की। रिपोर्ट में लिखा है कि कैबिनेट मंत्री आशु और कांग्रेस नेता कमलजीत सिंह कड़वल ने जांच से पीछे हटने के लिए दबाव बनाया है। जान से मारने की धमकी दी। जांच रिपोर्ट में नगर निगम व रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अफसरों समेत 16 लोगों को दोषी ठहराया है।
खैहरा ने कहा कि प्रोजेक्ट में करप्शन हुई है। जिस तरह से कैबिनेट मंत्री आशु ने दबाव बनाने की कोशिश की है उससे साफ है कि प्रोजेक्ट में अघोषित तौर पर उनका हिस्सा है। जांच रिपोर्ट दबाई जा रही है। ऐसे में सच तभी सामने आएगा जब इसकी जांच हाईकोर्ट के मौजूदा जज या सीबीआइ से करवाई जाए। जांच से पहले आशु को कैबिनेट से हटाना भी जरूरी है, ताकि वह दबाव न बना सकें। इसके लिए खैहरा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और उसकी कॉपी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रधान राहुल गांधी को भी भेजी है।
मुख्यमंत्री ने 20 दिन से जांच रिपोर्ट दबाई
सुखपाल खैहरा ने आरोप लगाया कि मामला सामने आने के बाद स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने दो तरह की जांच करवाई। डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों और एडीसी इकबाल सिंह ने जांच की। जांच रिपोर्ट 20 दिन पहले सबमिट की जा चुकी है, लेकिन अभी तक सीएम ने कार्रवाई नहीं की। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा में जोर से कहा कि जांच के बाद सब पर कार्रवाई होगी, लेकिन अब इससे बच रहे हैं। खैहरा ने कहा कि लुधियाना समेत बड़े शहरों में पिछले 10 साल में बनी कामर्शियल बिलिंडग्स की भी जांच होनी चाहिए। इसमें हजारों करोड़ रुपये का घोटला सामने आएगा।
कार्रवाई न हुई तो हाईकोर्ट जाएंगे, चुनावी मुद्दा बनाएंगे
खैहरा व जालंधर लोकसभा हलका से डेमोक्रेटिक अलायंस के उम्मीदवार बसपा नेता बलविंदर कुमार ने कहा कि इसी हफ्ते राज्यपाल से मिलेंगे। अगर सीएम एक हफ्ते के अंदर आशु पर कार्रवाई नहीं करते हैं तो मामला हाईकोर्ट ले जाएंगे। खैहरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाएंगे।
यह हैं घोटाले के आरोप
आरोप है कि प्रोजेक्ट जिस जमीन पर बनाया जा रहा है उसके सीएलयू और रजिस्ट्री करवाने में खसरा नंबर बदल कर गड़बड़ी की है। सीएलयू में किसी और जमीन के खसरा नंबर दिखाए, ताकि सीएलयू चार्जिस कम देने पड़ें। रजिस्ट्री में भी खसरा नंबर अलग हैं। इसके लिए रिकॉर्ड में भी छेड़छाड़ की है।
डीएसपी को धमकाने की आशु की ऑडियो चर्चा में रही
डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों को आशु ने धमकाया था। फोन पर बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। इसे लेकर विधानसभा में भी हंगामा हुआ था। खैहरा का आरोप है कि डीएसपी ने मंत्री के खिलाफ डीजीपी को शिकायत दी, लेकिन डीजीपी ने कार्रवाई नहीं की। डीएसपी बलविंदर ने जांच रिपोर्ट में राजनीतिक हस्तक्षेप पर कहा है कि ग्रैंड मैनर होम्स प्रोजेक्ट पर काम कर रही कंपनी आरके बिल्डर्स के पार्टनर-मालिक ने सारी गलत कार्रवाई नगर निगम और रेवेन्यू डिपार्टमेंट के उन अफसरों से मिलकर की है जिनके नाम जांच रिपोर्ट दिए हैं। इन्होंने स्थानीय राजनीतिक नेताओं से मिलकर सरकार को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया और धोखाधड़ी की है। इस मामले में कैबिनेट मंत्री आशु और कांग्रेस नेता कमलजीत सिंह कड़वल की भी मिलीभगत है। डीएसपी ने रिपोर्ट में लिखा है कि आशु और कड़वल ने उनके निजी मोबाइल नंबर पर फोन करके जांच से पीछे हटने, स्वतंत्र रूप से जांच न करने देने, सियासी लोगों से पंगा न लेने और मेरा पारिवारिक जीवन खत्म करने, जान से मारने की धमकी दी। मेरी सरकारी ड्यूटी में विघ्न डाला। इन लीडरों के खिलाफ लिखित शिकायत डीजीपी को दी है। इसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
जांच रिपोर्ट में 16 नाम, केस दर्ज करने की सिफारिश
डीएसपी सेखों की जांच रिपोर्ट में ग्रैंड मेनर होम्स की रजिस्ट्री और सीएलयू के मामले में 16 लोगों बलजिंदर सिंह, सतविंदर सिंह, विशाल धवन, सुखबीर सिंह रंधावा, रविंदर पाल सिंह पटवारी, तहसीलदार कंवर नरिंदर सिंह, नंबरदार मनजीत सिंह, एटीपी एसएस विंद्रा, कुलजीत सिंह मांगट, हेड ड्राफ्टमैन दलीप सोनी, जूनियर ड्राफ्टमैन कुलवंत सिंह, कानूनगो गुरमीत सिंह, एसटीपी गौतम कुमार, टीपी अमनप्रीत कौर, बिलिं्डग इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह, असिस्टेंट आर्किटेक्ट संदीप सैनी को दबाव, करप्शन, रुकावट बनने का कारण बताया है। सभी पर धारा 420, 465, 467, 468, 471 और 120-बी के तहत केस करने की सिफारिश की है।
खैहरा ने नोटिस रिसीव किया
सुखपाल खैहरा ने विधानसभा स्पीकर की ओर से जारी नोटिस रिसीव कर लिया है। खैहरा ने कहा कि सचिवालय में जाकर खुद उन्होंने नोटिस लिया है। खैहरा के विधायक पद को लेकर उनसे जवाब मांगा गया है। खैहरा आप टिकट पर विधायक बने थे। खैहरा ने कहा है कि नोटिस उनके पास है लेकिन इसका क्या करना है इस बारे में बाद में बताएंगे।
दैनिक जागरण ने किया था मामले का पर्दाफाश
लुधियाना के ग्रैंड मैनर होम्स में नेताओं की मिलीभग से अवैध निर्माण किए जाने का सबसे पहले खुलासा दैनिक जागरण ने अपने 22 फरवरी के अंक में किया था। खबर के अनुसार स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से अवैध निर्माण के मामले में करवाई गईं जांच में कैबिनेट भारत भूषण आशू मंत्री समेत कई अफसरों की मिलीभगत की बात सामने आई थी। दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर के आधार पर अगले दिन आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा में मामले में जांच की मांग उठाई थी। विधानसभा में दैनिक जागरण की प्रतियां भी लहराई गईं थीं। तभी से यह मामला और कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू सुर्खियों में हैं।