Move to Jagran APP

जालंधर में AK 56 संग पकड़े गए कश्‍मीरी छात्रों का चंडीगढ़ से ज़ुड़ा कनेक्‍शन

जालंधर के इंजी‍नियरिंग कॉलेज के हाॅस्‍टल से गिरफ्तार किए गए कश्‍मीरी छात्रों ने स्‍कूल में पढ़ने के दौरान ही आतंकी ट्रेनिंग ली थी। उनका अब चंडीगढ़ से भी कनेक्‍शन जुड़ रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 01:32 PM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 01:32 PM (IST)
जालंधर में AK 56 संग पकड़े गए कश्‍मीरी छात्रों का चंडीगढ़ से ज़ुड़ा कनेक्‍शन

जालंधर, [सुक्रांत]। यहां एक इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्‍टल से एक 56 राइफल और अन्‍य हथियार के संग पकड़े गए तीन कश्‍मीरी छात्रों का कनेक्‍शन चंडीगढ़ से भी जुड़ रहा है। इनमें से एक छात्र चंडीगढ़ आया था और यहां एक रात किसी के यहां रुका था। इसके साथ ही यह भी खुलासा हुआ है कि अंसार-गजावत-उल-हिंद के जुड़े इन छात्राें रफीक बट्ट, इदरीश, जादिह श्रीनगर से पकड़े गए सोहेल के साथ एक ही स्‍कूल में पढ़ाई की थी। उनको स्‍कूलों में पढ़ने के दौरान ही आतंकी ट्रेनिंग दी गई थी।

loksabha election banner

जालंधर पुलिस द्वारा यहां एक इंजीनियरिंग कॉलेज से गिरफ्तार किए गए रफीक बट्ट, इदरीश, जादिह और श्रीनगर से लाए गए साहिल से पूछताछ की जा रही है। उनसे पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। बताया जाता है कि मदरसे में पढ़ाई की थी। वे फिर एक साथ नूरपुरा तरास, पुलावामा के सीनियर हाई स्कूल में पढ़े और फिर एक साथ ही आतंक फैलाने की ट्रेनिंग भी ली। बताया जा रहा है कि चारों को हथियार चलाने के साथ साथ विस्फोटक  से बम बनाने की ट्रेनिंग भी दी गई थी। सोमवार को पुलिस ने करीब 12 घंटे तक लगातार पूछताछ की जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं।

चंडीगढ़ भी आया था आतंकियों से जुड़ा एक कश्‍मीरी छात्र

पुलिस को इस बात की भी जांच कर  रही है कि यह चारों दोस्त ही पंजाब में आतंक फैलाने के लिए जुटे हुए थे या उनके और साथी भी जालंधर या अन्य शहरों में मौजूद हैं। वहीं यह भी पता चला है कि रफीक बट्ट चंडीगढ़ में भी एक रात रुका था और अगले दिन चंडीगढ़ से जम्मू के लिए फ्लाइट ली थी।

यह बट्ट की गिरफ्तारी से करीब एक सप्ताह पहले की बात है और जम्मू में एक दिन रुकने के बाद बट्ट फिर से जालंधर में अपने हॉस्टल में आ गया था। उसने वहां पर क्या किया, किससे मिला और वहां से क्या जानकारी या आदेश लेकर आया। वहां पर बट्ट किसके पास रुका था, उसे शरण देने वालों या उससे मिलने वालों में कौन कौन शामिल था, इसका पता भी पुलिस लगा रही है।

स्‍कूली जीवन में ही आतंक की ओर मुड़ गए थे, एक ही स्कूल में पढ़े थे बट्ट, सोहेल व इदरीश

वहीं अमृतसर से उठाए गए संदिग्ध कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी के बारे में सोमवार को भी कोई पुष्टि नहीं की गई। पुलिस बट्ट, इदरीश और जाहिद के साथ हाल ही में पकड़े गए सोहेल से पूछताछ में अमृतसर से उठाए दोनों युवकों के संबंध जोडऩे के प्रयास कर रही है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दोनों कश्मीरी युवकों के संबंध मूसा या उसके भाई बट्ट से हैं या नहीं।

वहीं, लुधियाना से पूछताछ के लिए उठाए कश्मीरी युवकों, जिनके मोबाइल में आतंकी बुहरान वानी की तस्वीर मिली थी, उनको भी पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। जांच में सामने आया कि दोनों व्यापारी थे और उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।

तीन साल से बट्ट के संपर्क में रहने वाले लोगों की लिस्ट बनाई

आतंकी मूसा का भाई रफीक बट्ट करीब तीन साल से जालंधर में रह कर पढ़ाई कर रहा था और पिछले छह महीने से मूसा के संगठन का सक्रिय सदस्य था। खुफिया एजेंसियां उन लोगों की लिस्ट तैयार कर रही हैं, जो लोग तीन साल से उनके संपर्क में थे। इनमें उनके साथ रोजाना मिलने वाले वो लोग भी शामिल हैं जो सिर्फ अपने छोटे मोटे व्यवसाय के लिए ही इनसे मिलते थे। इसके अलावा उन लोगों के भी नाम भी शामिल हैं, जो उनके साथ रह रहे थे।

सोहेल के पंजाब कनेक्शन खोजने में जुटी खुफिया एजेंसियां

श्रीनगर में रहने वाले मूसा साथी सोहेल को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस के सामने यह बात आई थी कि सोहेल के पंजाब के कई शहरों में कनेक्शन हैं। ऐसे में पुलिस सोहेल के पंजाब कनेक्शन को खोजने में लग गई है। बट्ट और सोहेल की गिरफ्तारी के बाद हथियार और विस्फोटक सामग्री पंजाब में लाने के लिए अलग अलग शहरों के नाम सामने आ रहे हैं, जिससे यह पता लग रहा है कि पंजाब के कई शहरों में उनके जबरदस्त कनेक्शन थे।

टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज चेक करेगी पुलिस

पुलिस अब जम्मू कश्मीर से लेकर पंजाब के अलग अलग शहरों में जाने वाले टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज चेक करवाने की तैयार कर रही है। जांच में यह तो साबित हो चुका है कि पकड़े गए आतंकियों के पंजाब के अलग अलग शहरों में कनेक्शन जुड़े हुए हैं। पिछले कई सालों से शहर में रह रहे आतंकी पंजाब के अलग अलग हिस्सों में भी गए होने की आशंका है तो ऐसे में सारे टोल प्लाजा की सीसीटीवी चेक करना भी आसान नहीं होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.