बड़ा खुलासाः उत्तराखंड से लाकर कबड्डी खिलाड़ियों को पांच गुना महंगा बेचते थे नशा Jalandhar News
गोराया पुलिस तीनों कबड्डी खिलाड़ियों से नए सिरे से पूछताछ कर उत्तराखंड में सक्रिय नशा तस्करों का पता लगा रही है ताकि उत्तराखंड पुलिस से संपर्क कर उनकी धरपकड़ की जा सके।
जालंधर, [मनीष शर्मा]। अफीम व नशीली दवाओं के साथ गोराया में पकड़े गए अमृतसर के कबड्डी खिलाड़ी उत्तराखंड से नशा लेकर आते थे। इसे आगे दो से पांच गुना दामों में कबड्डी खिलाड़ियों व दूसरे ग्राहकों को बेचकर मोटी कमाई करते थे। यह सच्चाई रिमांड के दौरान आरोपितों से पूछताछ में सामने आई है। इसके साथ यह भी नया मामला सामने आया है कि अब नशा तस्करों ने उत्तराखंड को अपना अड्डा बना लिया है और उस रूट से पंजाब में नशा आने लगा है। अभी तक झारखंड, मध्य प्रदेश, यूपी, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़ आदि जगहों से पंजाब में नशे की सप्लाई हो रही थी।
इस खुलासे के बाद अब गोराया पुलिस तीनों कबड्डी खिलाड़ियों से नए सिरे से पूछताछ कर उत्तराखंड में सक्रिय नशा तस्करों का पता लगा रही है, ताकि उत्तराखंड पुलिस से संपर्क कर उनकी धरपकड़ की जा सके। गोराया पुलिस के डेढ़ किलो अफीम व नशीले टीकों के साथ पकड़े संदीप सिंह उर्फ काला, प्रगट सिंह उर्फ विक्की व बलजिंदर सिंह ने बताया कि पैसों की जरूरत के लिए वो इस धंधे में आ गए।
संदीप ने बताया कि उसकी उत्तराखंड में रिश्तेदारी है तथा पहले भी वो दो बार उत्तराखंड जा चुका है। वहीं, उसकी नशा तस्करों से मुलाकात हुई और वो यहां नशा लाने लगा। उसने बताया कि वो डेढ़ किलो अफीम दो लाख में लाया था। अब उसने इसे छोटी-छोटी डोज में तैयार करना था और इसके बाद आगे कबड्डी खिलाड़ियों व कुछ खास ग्राहकों को सप्लाई करना था। दो लाख में लाई अफीम से उसे पांच लाख रुपये की कमाई होनी थी। इसी तरह नशीले टीके वो 35 से 40 रुपये का खरीदते थे और फिर उसे 150 से 200 रुपये में बेचते थे।
उत्तराखंड से तीनों एक ही तस्करों के गिरोह से नशा खरीदते थे और फिर बेचने के लिए अलग-अलग निकल जाते थे। उन्होंने बताया कि अमृतसर के दशमेश कबड्डी क्लब से जुड़े होने की वजह से उनकी बाकी कबड्डी खिलाड़ियों से अच्छी जान-पहचान थी। शुरूआत में उन्हें पैसों की तंगी थी, इसलिए वो नशा बेचने लगे। मगर, इसमें फायदा देख बाद में वो इसी धंधे से जुड़ गए। पुलिस के मुताबिक वो कितने समय से काम कर रहे हैं, इसको लेकर वो अलग-अलग बयान दे रहे हैं, लेकिन शुक्रवार तक रिमांड है, इसका भी उनसे पता करा लिया जाएगा। थाना गोराया के एसएचओ इंस्पेक्टर केवल सिंह ने कहा कि पूछताछ में कई अहम बातें सामने आई हैं और अभी उनसे और पूछताछ की जा रही है।
खुद नहीं करते नशा
इस मामले में सबसे दिलचस्प यह सामने आया है कि अभी तक पुलिस की पूछताछ में आरोपित संदीप, प्रगट व बलजिंदर ने कहा कि वो खुद कोई नशा नहीं करते। सिर्फ जल्द पैसा कमा अमीर बनने के चक्कर में वो इस धंधे में आ गए और नशा बेचने लगे। वो उत्तराखंड से ट्रेन व बस के जरिए नशा लेकर आते थे।
यह हुई थी बरामदगी
गोराया पुलिस ने पुल नहर सुआ रूड़का कलां से संदीप सिंह उर्फ काला निवासी अवाण थाना रामदास जिला अमृतसर को डेढ़ किलो अफीम, 350 नशीले टीके व 3950 नशीली गोलियां, प्रगट सिर्फ उर्फ विक्की निवासी सोफिया थाना रामदास जिला अमृतसर को कमालपुर गेट से 3950 नशीली गोलियों व गांव अट्टा ग्राउंड के नजदीक से बलजिंदर सिंह निवासी अमर नगर थाना दिनेशपुर जिला उधम सिंह नगर उत्तराखंड को 350 नशीले टीके समेत गिरफ्तार किया था। यह तीनों ही नशा बेचने के लिए जा रहे थे।