ESI अस्पताल में मरीजों के साथ मजाक; इलाज अमृतसर में, MRI के लिए जालंधर जाओ
इलाज अमृतसर में करवाओ पर टेस्ट जालंधर से करवाना पड़ेगा। अमृतसर स्थित ESI अस्पताल में मरीजों के साथ ऐसा ही मजाक चल रहा है।
अमृतसर [नितिन धीमान]। यह कैसी सरकारी कुव्यवस्था है? इलाज अमृतसर में करवाओ, पर टेस्ट जालंधर से करवाना पड़ेगा। अमृतसर स्थित ESI अस्पताल में मरीजों के साथ ऐसा ही मजाक चल रहा है। यहां उपचाराधीन मरीजों को MRI Test करवाने के लिए जालंधर जाने को कह दिया जाता है। इसी चक्कर में शुक्रवार को एक मरीज को जालंधर जाकर अपना MRI Test करवाना पड़ा।
दरअसल, गुरपाल सिंह नामक मरीज एक हफ्ते से ESI अस्पताल में एडमिट है। उसके सिर में अचानक दर्द उठता हैै और वह तड़पने लगता है। ESI अस्पताल में न्यूरोलॉजिस्ट नहीं है, फिर भी मरीज को बेवजह यहां एडमिट किया गया है। गुरपाल सिंह के अनुसार वह बार-बार डॉक्टर से कहता रहा कि उसे किसी निजी अस्पताल में रेफर कर दें, जहां न्यूरोलॉजिस्ट और उपचार की सुविधा हो। डॉक्टर ने उसकी यह बात नहीं मानी और ESI अस्पताल में एडमिट कर लिया।
इसके बाद उपचार के नाम पर उसे एक इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे बेहोशी छाने लगती। जब इंजेक्शन का असर खत्म होता है और होश में आने के बाद दिमाग में पुन: दर्द उठने लगता है। समस्या बताने पर डॉक्टर ने कहा कि MRI करवाना पड़ेगा। अकाउंट शाखा में जाकर पर्ची बनवा लो।
गुरपाल की बहन व पंंजाब महिला कांग्रेस की सेक्रेटरी महक राजपूत के अनुसार, हम अकाउंट शाखा में गए तो बताया गया कि उनका MRI Test जालंधर स्थित कैपिटल अस्पताल में होगा। हमने अकाउंट शाखा के स्टाफ के समक्ष मिन्नतें कीं कि मरीज की हालत ऐसी नहीं कि वह जालंधर जा सके, पर स्टाफ ने कहा कि कैपिटल अस्पताल से ही ESI अस्पताल का टाइअप है, इसलिए सीटी स्केन वहीं होगा। यदि अमृतसर के किसी निजी डायग्नोस्टिक सेंटर से टेस्ट करवाना चाहते हो तो करवा लो, पर इसमें हजारों रुपये खर्च होंगे।
जालंधर से करवाया MRI टेस्ट
गुरपाल सिंह के परिजन उसे शुक्रवार को जालंधर स्थित कैपिटल अस्पताल ले गए। वहां उसका MRI करवाया गया। टेस्ट रिपोर्ट के साथ गुरपाल को लेकर पुन: ESI अस्पताल में एडमिट करवाया गया। महक के अनुसार हर माह वेतनभोगियों के वेतन से ESI के रूप में राशि काटने वाला ESI विभाग उन्हें सुविधाएं प्रदान करने में अक्षम साबित हो रहा है।
अमृतसर में किसी भी निजी अस्पताल के साथ अनुबंध नहीं: मेडिकल सुपरिटेंडेंट
ESI अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. नरिंदर कौर का कहना है कि हमारे पास MRI की सुविधा नहीं है। मैंने मरीज के परिजनों को समझाया था कि यदि वे MRI टेस्ट कैशलैस करवाना चाहते हैं तो उन्हें जालंधर ही जाना पड़ेगा। क्योंकि अमृतसर में किसी भी निजी अस्पताल के साथ ESI अस्पताल का अनुबंध नहीं है। इतना जरूर है कि ESI अस्पताल के साथ सटे गुरुनानक देव अस्पताल में MRI टेस्ट होता है, पर यहां तकरीबन 2000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। मैं समझ सकती हूं कि मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ा, पर जो व्यवस्था है हम उसी के अनुसार काम कर सकते हैं।
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