बच्चे को गोद में लेकर करती थी यह काम; पुलिस को देना चाहती थी चकमा, लेकिन पकड़ा गया झूठ
इन नशे के साैदागरों में एक महिला भी शामिल है जोकि बच्चे को गोद में लेकर नशे की तस्करी करती है।
जेएनएन, जालंधर। पुलिस ने नशे के रैकेट में शामिल एेसी महिला को गिरफ्तार किया है, जो बच्चे को ढाल बनाकर तस्करी करती थी। वह अपने बच्चे को गोद में लेकर नशे की खेप सप्लाई करने जाती थी, ताकि किसी को शक न हो। पुलिस या अन्य व्यक्ति के शक हाेने पर वह बच्चे के बीमार हाेने का बहाना बनाकर चकमा दे देती थी। शुक्रवार को भी यह महिला बच्चे के बीमार होने का ढोंग रचकर पुलिस को चकमा देना चाहती थी, लेकिन इसका झूठ पकड़ा गया। बता दें कि पुलिस ने नशा तस्करों के छेड़े गए अभियान में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए नाईजीरियन तस्कर समेत तीन लोगों को पांच किलो हेरोइन के साथ दबोचा है। इन नशे के साैदागरों में एक महिला भी शामिल है, जोकि बच्चे को गोद में लेकर नशे की तस्करी करती है। बताया जा रहा है कि आरोपित पूजा उर्फ रूबी उर्फ रूपा के पति सुखा सिंह की दो साल पहले मौत हो चुकी है। उसका दो साल का बच्चा है, जिसको साथ लेकर ही वह पिछले दो साल से नशे की तस्करी कर रही है।
पति भी करता था नशा तस्करी
एसएसपी माहल ने बताया कि आरोपित पूजा के पति सुखा के खिलाफ भी पुलिस रिकार्ड में नशा तस्करी के कई मामले विभन्न थानों में दर्ज हो चुके थे। पति की मौत के बाद वह खुद नशा तस्कर बन गई। थाना लोहियां में साल 2017 में उसके खिलाफ हेरोइन तस्करी के आरोप में केस दर्ज हो चुका है। इस मामले में वह कोर्ट से भगोड़ा चल रही है। जबकि अप्रैल 2018 में वह तरनतारन जिले के एक गांव में हेरोइन की डिलीवरी देने गई थी, कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। पकड़े गए आरोपित वीरयोद्ध के पास से भुक्की बरामद होने पर साल 2000 में बठिंडा और आबकारी एक्ट के तहत साल 2013 में थाना सुलतानपुर लोधी में केस दर्ज हो चुका है।
विजीटर वीजा पर भारत आया तीन साल से कर रहा था नशा तस्करी
आरोपित विक्टर साल 2015 अगस्त में विजीटर वीजा पर भारत आया था। वह नई दिल्ली के विकासपुरी में अपने नाईजीरियन दोस्तों के साथ रहने लगा। इस दौरान उसकी नाईजीरियन युवती से दोस्ती हुई। उसने विक्टर को बताया कि नशा तस्करी के धंधे में बेशुमार पैसा है। उसे सिर्फ कंसाइनमेंट को बस दिल्ली से बाहरी राज्य में लेकर जाना है। सप्लाई देनी है और वापस आ जाना। वह पहले तो छोटी-छोटी कंसाइनमेंट दिल्ली से बाहरी राज्यों में लेकर जाने लगा और फिर वह किलो के हिसाब से इसकी सप्लाई करने लगा। विक्टर के मुताबिक वह पंजाब और नोएडा में स्थित कई निजी यूनिवर्सिटीज में भी हेरोइन की डिलीवर कर चुका है।
डिलीवरी के बदले मिलने थे दो लाख
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उक्त ढाई किलो हेरोइन की डिलीवरी के बदले दो लाख कैश में लेने थे, जिसमें से उसका कमीशन 50 हजार होना था। 8 माह में 24.53 किलो हेरोइन बरामद, 15 विदेशी तस्कर धरे एसएसपी ग्रामीण माहल के मुताबिक 8 माह में पुलिस ने 24.532 किलो हेरोइन बरामद की है। जबकि अफ्रीकी देशों के 15 विदेशी तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें 8 महिलाएं व सात 7 पुरुष शामिल थे।