किसानों के समर्थन में उतरी सिख तालमेल कमेटी, कहा- निजी कंपनियों के फायदे के लिए पास किया विधेयक
सिख तालमेल कमेटी के प्रमुख तेजिंदर सिंह परदेसी व साथियों ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब में खेती और किसानी को तबाह करने के लिए ये बिल लेकर आई है।
जालंधर, जेएनएन। केंद्र सरकार की ओर से संसद में पारित किए गए कृषि विधेयकों का विरोध कर रही किसान जत्थेबंदियों को सिख तालमेल कमेटी ने भी अपना समर्थन दिया है। इस संबंध में आयोजित बैठक के दौरान सिख तालमेल कमेटी के प्रमुख तेजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा, हरप्रीत सिंह नीटू, परमिंदर सिंह दशमेश नगर, सतपाल सिंह सिद्धकी तथा गुरिंदर सिंह मझैल ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब में खेती और किसानी को तबाह करने के लिए ये बिल लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र का संबंध सीधे रूप से सिख धर्म से भी रहा है। कारण, श्री गुरु नानक देव जी ने जीवन के अंतिम 17 वर्ष खेती की थी। यही कारण है कि सिख धर्म में कृषि को सच्चा काम बताया गया है। यहां तक कि 80 प्रतिशत सिख इसी कारोबार से जुड़े हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने निजी कंपनियों को लाभ देने के लिए अल्पसंख्यकों से जुड़े इस कारोबार को तबाह करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि समूचे देश का पेट भरने वाले किसानों के साथ केंद्र सरकार ने धक्केशाही की है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर उनके साथ जतिंदर पाल सिंह मझैल, बलदेव सिंह गतका मास्टर, गुरजीत सिंह सतनामियां, हरप्रीत सिंह रोबिन, हरप्रीत सिंह सोनू, हरपाल सिंह पाली, हरजीत सिंह, सरबजीत सिंह खालसा, प्रभजोत सिंह खालसा, जितेंद्र पाल सिंह कोहली व लखबीर सिंह लक्खा मौजूद थे।
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