स्टडी आनलाइन तो एग्जाम आफलाइन क्यों, जालंधर में जीएनडीयू के आदेश पर भड़के स्टूडेंट्स का प्रदर्शन
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) की ऑफलाइन परीक्षाएं लेने के निर्देश का जालंधर में विद्यार्थियों ने विरोध कर दिया है। वे डीसी आफिस के बाहर इसके विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि अभी कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा टला नहीं है।
जालंधर, जेएनएन। आइके गुजराल पीटीयू में आफलाइन परीक्षाओं के बाद अब जीएनडीयू द्वारा आफलाइन परीक्षाएं लेने के फैसले को लेकर विद्यार्थियों ने भी विरोध शुरू कर दिया है। इसको लेकर मंगलवार को विभिन्न कालेजों के विद्यार्थियों ने डीसी दफ्तर के अंदर और बाहर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। विद्यार्थियों का तर्क था कि कोविड-19 काल में आफलाइन क्लासें लगाने के हालात सही नहीं हैं तो आफलाइन परीक्षाओं के लिए कैसे हालात ठीक हो सकते हैं। उनकी आनलाइन क्लासें ही चलती आ रही हैं तो आनलाइन परीक्षाएं ही ली जाएं।
संक्रमण के बीच में हर विद्यार्थी दूर दराज से आकर परीक्षा केंद्र में बैठेगा। कई कालेजों में होस्टल की भी सुविधा दी गई है, मगर वहां भी प्रबंध ठीक न होने के बावजूद वहां से कोरोना पाजिटिव विद्यार्थी आ ही रहे हैं। इन सभी के बावजूद जब हजारों विद्यार्थी परीक्षाएं देने के लिए बैठेंगे तो संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है। इसलिए जीएनडीयू आफलाइन परीक्षाओं के फैसले को वापस लें और आनलाइन परीक्षाएं ही आयोजित करे। जिससे सभी संक्रमण से भी बचे रहेंगे।
गौर हो कि आइके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (पीटीयू) की तरफ से परीक्षाएं चार जनवरी को आयोजित की जानी थी, तो उससे पहले ही विद्यार्थियों की तरफ से परीक्षाओं का विरोध करना शुरू कर दिया गया था। विद्यार्थियों का तर्क था कि रोजाना कैंपस से कोई न कोई विद्यार्थी कोरोना पाजिटिव पाया जा रहा है, मगर यूनिवर्सिटी की तरफ से विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
यही कारण है कि दूर दराज से आने वाले विद्यार्थी किसी न किसी तरह से ट्रांसपोर्टेशन के जरिए कैंपस पहुंचने लग पड़े थे। हालांकि इस दौरान भी उन्होंने कई सावधानियां रखी, बावजूद वे कैंपस में आकर पाजिटिव पाए गए हैं। जिस वजह से संक्रमण का खतरा बना हुआ है।