अपने ही बच्चों के हत्यारे व दुष्कर्मी की तलाश में बिहार में भटक रही जालंधर पुलिस, रिश्तेदारों ने कहा- वर्षों से देखा नहीं
जालंधर पुलिस अपने ही दो बच्चों को मार कर तल्हण के पास सलेमपुर गांव के छप्पड़ में फेंकने वाले रंजीत और गांव हजारा में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने वाले संतोष की तलाश में बिहार में छापामारी कर रही है।
जालंधर, जेएनएन। दो हत्यारों की की गिरफ्तारी के लिए बिहार पहुंची जालंधर पुलिस के हाथ तीन दिन बाद भी कोई आरोपित नहीं लगा। पुलिस यहां अपने ही दो बच्चों को मार कर तल्हण के पास सलेमपुर गांव के छप्पड़ में फेंकने वाले रंजीत और गांव हजारा में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने वाले संतोष की तलाश में छापामारी कर रही है।
पुलिस ने दोनों आरोपितों के रिश्तेदारों से बातचीत की लेकिन फिर भी कुछ नहीं हासिल हुआ। कुछ रिश्तेदारों का कहना था कि वो आरोपितों या उनके परिवार से वर्षों से नहीं मिले हैं। कईयों ने आरोपितों के साथ रिश्ता तक न होने की बात कह दी। कुछ ने कहा कि जब उन्हें आरोपितों की हरकत का पता लगा तो उन्होंने रिश्ता खत्म कर लिया है।
आरोपितों के घर लगे मिले ताले
पुलिस को रविवार रात तक आरोपितों के घरों पर ताले लगे मिले। बिहार पुलिस की मदद से जालंधर पुलिस आरोपितों के घरों पर नजर रख रही है। हालांकि वहां कोई नहीं आया। रंजीत बिहार के पटौरी गांव में रहता है और उसका परिवार भी वहीं पर है। वहीं, संतोष कटिहार जिले का रहने वाला है। जालंधर से दो एसआई और तीन एएसआई सहित सात लोगों की टीम दोनों की गिरफ्तारी के लिए बिहार पहुंची हुई है।
यह था मामला
करीब एक महीने पहले तल्हण के पास सलेमपुर रोड पर स्थित छप्पड़ से दो मासूम बच्चों अनमोल (5) व राकेश (3) के शव मिले थे। पुलिस की जांच में सामने आया था कि बच्चों की हत्या की गई है। बच्चों की मां रंगीली देवी ने आरोप लगाया था कि बच्चों की हत्या उससे पिता रंजीत मंडल ने ही की है। रंजीत 30 नवंबर को ही ईसपुर स्थित सरकारी स्कूल से ही बच्चों को जबरन ले गया था। वहीं कुछ दिन पहले जालंधर-होशियारपुर रोड स्थित हजारा गांव में 24 वर्षीय आरोपित संतोष महतो ने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए 7 वर्षीय मासूम की दुष्कर्म के बाद गला घोंट कर हत्या कर दी थी। उसके बाद से वह फरार है।