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ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को जालंधर पुलिस का संदेश, ‘सौंदर्य दर्शन न करें, देव दर्शन हो सकते हैं’

इस तरह की आकर्षित करने वाली शब्दावली वाले जागरूकता बोर्ड अभी तक ऐसे हिमाचल प्रदेश में लगे हुए थे। अब जालंधर पुलिस की यह पहल भी चर्चा में है। ट्रैफिक पुलिस की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक जालंधर में सड़क हादसों में हर माह नौ मौतें हो रही हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 12:25 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 12:25 PM (IST)
ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को जालंधर पुलिस का संदेश, ‘सौंदर्य दर्शन न करें, देव दर्शन हो सकते हैं’
शहर के प्रमुख बीएमसी चौक पर लगा जागरूकता बोर्ड। (जागरण)

जालंधर, [मनीष शर्मा]। ‘सौंदर्य दर्शन न करें, देव दर्शन हो सकते हैं’ शहर में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को जालंधर पुलिस कमिश्नरेट की ट्रैफिक पुलिस कुछ इसी अलग अंदाज में अब लोगों को जागरूक कर रही है। निजी संस्थाओं के सहयोग से यह बोर्ड शहर में लगाए गए हैं। जिनके जरिए लोगों से अपील की जा रही है कि ड्राइविंग के वक्त मोबाइल का इस्तेमाल न करें। इसके अलावा ट्रैफिक नियमों का पालन करें ताकि कोई हादसा न हो। ऐसा ही एक बोर्ड शहर के प्रमुख बीएमसी चौक पर लगा है।

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लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए की यह पहल चर्चा में है क्योंकि अभी तक ऐसे जागरूकता बोर्ड हिमाचल प्रदेश में लगे हुए थे, जिनमें लोगों को इस तरह की आकर्षित करने वाली शब्दावली लिखी रहती थी। अमूमन लोग ट्रैफिक नियम की जागरूकता से जुड़े बोर्डों को नजरअंदाज कर देते हैं, इसी वजह से चौक पर यह बोर्ड लगाया गया है ताकि जितनी देर लोग ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े रहें, इस बोर्ड को पढ़कर ट्रैफिक नियम के प्रति जागरूक रहे सकें।

जरूरी इसलिए ... कोरोना काल में भी नहीं सचेत रहे लोग

ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता इसलिए भी जरूरी है कि लोग गाहे-बगाहे नियम तोड़ते रहते हैं। कोरोना काल में जब 23 मार्च के बाद कर्फ्यू लग गया था, तब भी लोगों ने ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं किया। पुलिस कमिश्नरेट के आंकड़े बताते हैं कि करीब सात महीने में 65,203 लोगों ने ट्रैफिक नियम तोड़ा। पुलिस ने इनके चालान काटे और 2542 लोगों की तो गाड़ियां ही जब्त करनी पड़ी। पुलिस ने 93 फोर व्हीलर और 41 ऑटो रिक्शा भी ओवरलोड पकड़े।

चिंताजनक हैं जालंधर में एक्सीडेंट में मौतों के आंकड़े

हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने पंजाब स्तर पर एक सर्वे रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बताया गया कि जालंधर में सड़क हादसों में हर माह नौ मौतें हो रही हैं। आंकड़ों के मुताबिक 2016 में 124, 2017 में 110 व 2018 में 109 मौतें हुई। साल 2018 के लिहाज से सड़क हादसों में मौतों पर प्रति मिलियन (10 लाख) के पीछे जालंधर देश में 148वें नंबर पर है जबकि पंजाब में 12वें नंबर पर है।

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