जालंधर दुष्कर्म कांडः आरोपित ने दो हफ्ते पहले ही कर ली थी वारदात की तैयारी, पत्नी व बेटा छोड़ आया था घर
जालंधर में सात साल की मासूम गुस्से और बदले की बलि चढ़ गई। कुछ दिन पहले ही बच्ची के पिता और आरोपित संतोष के बीच कहासुनी हुई और संतोष ने इसे दिल पर ले लिया। इसी रंजिश के चलते उसने बदला लेने की ठानी और इस वारदात को अंजाम दिया।
जालंधर, जेएनएन। जालंधर में सात साल की मासूम गुस्से और बदले की बलि चढ़ गई। कुछ दिन पहले बच्ची के पिता और संतोष के बीच कुछ कहासुनी हुई और संतोष ने इसे दिल पर ले लिया। इसी रंजिश के चलते उसने बदला लेने की ठानी और इस वारदात को अंजाम दिया। इसके लिए उसने काफी पहले से ही तैयारी कर ली थी और दस दिन पहले अपनी पत्नी और बेटे को गांव भेज दिया था। करीब एक साल पहले संतोष महतो जालंधर के हजारा गांव में काम के लिए आया था। उसकी पत्नी और पांच साल का बेटा उसके साथ रहते थे।
सालभर में वो अपने साथ क्वार्टरों में रहने वाले लोगों के साथ खासा घुलमिल गया था। उसका रिश्ते का जीजा अनिल महतो भी अपने परिवार के साथ वहीं पास वाले क्वार्टर में रहता था। वहां पर रहने वाले बच्चों को कई बार वो अपने साथ ले जाता और टाफी चाकलेट दे देता था। सारे बच्चे भी उसे पहचानने लगे थे और उसके साथ आते-जाते थे। वारदात के बाद लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले बच्ची के पिता से हुए विवाद ने ही इस अपराध की नींव रख दी थी। संतोष ने पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी और पत्नी व बेटे को गांव भेजने के बाद संतोष ने बदला लेने के लिए मासूम को भयानक मौत दी।
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