KMV के फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में एक्सपर्ट्स बोले- अध्यापन व डिजिटल टीचिंग का सुमेल समय की मांग
जालंधर में के कन्या महाविद्यालय में सात दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम सोमवार को शुरू हो गया। इसमें 18 राज्यों के 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसके उद्घाटन सेशन में प्रो. एके बख्शी डा. विमल शामिल हुए।
जालंधर, जेएनएन। कन्या महाविद्यालय (केएमवी) में सात दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत के मौके पर सोमवार को 18 राज्यों के 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर, एसडीटीबी खालसा कालेज, यूनिवर्सिटी आफ दिल्ली के संयुक्त प्रयास से करवाया जा रहा है।
इसके उद्घाटन सेशन में प्रो. एके बख्शी, डा. विमल शामिल हुए। उन्होंने कहा कि परंपरागत क्लासरूम टीचिंग को डिजिटल टीचिंग में बदलना मौजूदा समय में जरूरत है। किसी भी अध्यापक को अपने विषय की उचित जानकारी होनी चाहिए। उसे भाषण कला भी आनी चाहिए। अध्यापन और डिजिटल टीचिंग तकनीक का सुमेल आज के समय की मांग है। डा. विमल ने राष्ट्रीय स्तर पर ई-कंटेंट को तैयार करने के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अध्यापक को अपग्रेड करने के लिए फैकल्टी एंपावरिंग वर्कशॉप, अध्यापक के लिए ई-किट की तैयारी और मल्टीमीडिया से भरपूर वीडियो को तैयार किए जाने चाहिए।
प्रो. एके बख्शी ने डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन इन हायर एजुकेशन इन इंडिया: अपार्चुनिटीस एंड चैलेंजस विषय पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिये विस्तार से जानकारी दी। परो. बख्शी ने कहा कि डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन शिक्षा में गुणात्मकता लेकर आने के साथ-साथ शिक्षा के मकसद को हासिल करने में भी मददगार साबित हो रही है। सेशन के दौरान कन्या महाविद्यालय पर आधारित एक वर्चुअल टूअर भी प्रतिभागियों को दिखाया गया। कार्यक्रम में प्रिंसिपल अतिमा शर्मा द्विवेदी, कोआर्डिनेटर डॉ. नीतू चोपड़ा ने भी हिस्सा लिया।