जालंधर की शान 'खेल रत्न' मनप्रीत सिंह... भारतीय हाकी टीम के कप्तान को मिला देश का सर्वोच्च स्पोर्ट्स अवार्ड
भारतीय हाकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह को शनिवार को मेजर ध्यान चंद खेल रत्न अवार्ड दिया गया। बेटे को यह अवार्ड मिलने पर मां मनजीत कौर की खुशी का ठिकाना नहीं है। टोक्यो में भारत ने 41 वर्ष बाद हाकी में ओलिंपिक पदक के सूखे को खत्म किया था।
कमल किशोर, जालंधर। भारतीय हाकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह को शनिवार शाम राष्ट्रपति भवन में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। शनिवार को राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में आयोजित समारोह में मनप्रीत सिंह ने यह अवार्ड राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों से प्राप्त किया। हाकी खिलाड़ियों की नर्सरी कहे जाने वाले गांव मिट्ठापुर के रहने वाले मनप्रीत सिंह खेल का सर्वोच्च सम्मान प्राप्त कर काफी खुश हैं। उन्हें वर्ष 2019 में सर्वश्रेष्ठ हाकी खिलाड़ी के खिताब से नवाजा जा चुका है। वर्ष 2014 में एशिया के जूनियर प्लेयर आफ द ईयर के अवार्ड से भी सम्मानित हो चुके हैं।
मां की खुशी का ठिकाना नहीं
मनप्रीत सिंह के अवार्ड प्राप्त करने पर पूर्व ओलंपियन के साथ-साथ पारिवारिक सदस्यों में काफी खुश हैं। बेटे को अवार्ड मिलने पर मां मनजीत कौर की खुशी का ठिकाना नहीं है। जब मनप्रीत ने अपनी कप्तानी में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर भारत की झोली में डाला था, उस समय मां ने कहा था कि उनका पेरिस ओलिंपिक 2024 से गोल्ड लेकर लौटेगा। टोक्यो में कप्तान मनप्रीत सिंह के नेतृत्व टीम ने 41 वर्ष बाद हाकी में चल रहे पदक के सूखे को खत्म किया था।
इसी सप्ताह मनप्रीत के घर बेटी ने लिया है जन्म
मनप्रीत सिंह के घर इस सप्ताह में बेटी ने जन्म लिया है। बेटी का नाम भी जैसमीन रखा है। यह खबर मनप्रीत ने खुद ट्विटर पर शेयर की थी। बेटी के जन्म पर मनप्रीत ने कहा था कि घर में लक्ष्मी ने जन्म लिया है। खुशी का माहौल है। एक तरफ घर में बेटी का जन्म हुआ है, दूसरी तरफ देश का सर्वोच्च सम्मान खेल रत्न से नवाजा जा रहा हूं।
बेटे ने किया देश का नाम रोशनः मां मनजीत कौर
मां मनजीत कौर ने कहा कि मनप्रीत सिंह ने देश का नाम रोशन किया है। मनप्रीत सिंह वर्ष 2024 में पेरिस में होने वाली ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य है। हाकी में कड़ी मेहनत ने इस मुकाम तक पहुंचाया है। हाकी में 41 वर्ष के सूखे को खत्म कर दिया है।