जालंधर में ओपीडी ईएसआई अस्पताल शिफ्ट होने से गड़बड़ा गया सिस्टम, मरीज भटकने को मजबूर
सिविल अस्पताल को कोरोना केयर अस्पताल में तब्दील किया गया है। सोमवार से ओपीडी ईएसआई अस्पताल में शुरू हुई। स्टाफ की कमी खलने से पूरा सिस्टम गड़बड़ा गया। इस वजह से सोमवार को लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मरीजों को लेकर सिविल अस्पताल को कोरोना केयर अस्पताल में तब्दील किया गया है। सोमवार से ओपीडी ईएसआई अस्पताल में शुरू हुई। स्टाफ की कमी खलने से पूरा सिस्टम गड़बड़ा गया। सोमवार को सुबह 9 बजे अस्पताल खुलते ही सिविल अस्पताल में पर्चियां बनवाने वालों की लंबी लाइनें लग गई। पर्चियां बनाने वाले स्टाफ ने तमाम सुविधाएं ईएमआई अस्पताल में शिफ्ट हो गई है और वहां से पर्ची बनवाने की बात कही।
नई प्रक्रिया लागू होते ही सिस्टम गड़बड़ा गया और लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मौके पर्चियां बनाने वाले स्टाफ तथा मरीजों व उनके परिजनों में गहमागहमी का माहौल पैदा हो गया। लोगों को ईएसआई अस्पताल से डाक्टरों से जांच करवाने के बाद टेस्ट और एक्स-रे अल्ट्रा साउंड स्कैनिंग, दवा लेने के लिए के लिए वापस सिविल अस्पताल में जाना पड़ रहा है। इस दौरान लोगों को इधर-उधर भटकने से परेशानियों से जूझना पड़ा।
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कोविशिल्ड की 30 हजार डोज पहुंची, राकेश राठौर ने लगवाई वैक्सीन
सोमवार को 1801 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। इनमें 927 बुजुर्ग शामिल हैं। भाजपा पंजाब प्रदेश के उपाध्यक्ष राकेश राठौर व पूर्व जिलाध्यक्ष रमन पब्बी ने जोशी अस्पताल में टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में कोरोना वैक्सीन का पहली डोज लगवाई। महिला दिवस पर कालेज आफ एजुकेशन लाडोवाली रोड की 91 साल की सेवानिवृत्त लेक्चरर गुरचरण कौर ने भी श्रीमन अस्पताल में कोरना वैक्सीन लगवाई। डीएवी कालेज बटाला की 80 साल की सेवानिवृत्त लेक्चरर कुलवंत कौर ने भी वैक्सीन लगवाई। कोविशिल्ड की 30 हजार डोज सिविल पहुंची।
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