जालंधर में पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रदर्शन, सीएम के हलके धूरी में 30 अक्टूबर को होगा बड़ा इकट्ठ
जालंधर में जिला कन्वीनर कुलदीप वालिया ने कहा कि बेशक मुख्यमंत्री ने पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने संबंधी ट्वीट किया है मगर उनका संघर्ष पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से लागू करने के नोटिफिकेशन जारी होने तक रहेगा।
जासं, जालंधर। एक तरफ जहां प्रदेश की भगवंत मान सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम पर विचार के संकेत दिए हैं तो दूसरी कर्मचारियों ने इसे लेकर संघर्ष और तेज कर दिया है। जालंधर में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करवाने के लिए पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष कमेटी ने देश भगत यादगार हाल में राज्य सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया।
इस दौरान सभी ने सरकार के दावों की पोटली बनाकर उसमें आग लगाकर अपना गुस्सा दिखाया। उन्होंने कहा कि सरकार के विरोध में संघर्ष जारी रहेगा। इसके अगले चरण में 30 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के हलके धूरी में राज्य स्तरीय बैठक करने का फैसला लिया गया।
अधिसूचना जारी होने तक जारी करेंगे संघर्ष
जिला कन्वीनर कुलदीप वालिया ने कहा कि बेशक मुख्यमंत्री ने पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने संबंधी ट्वीट किया है, मगर उनका संघर्ष पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से लागू करने के नोटिफिकेशन जारी होने तक रहेगा। सरकार के दावों की छह महीनें का समय बीत जाने के हवा निकल चुकी है।
कर्मचारी बोले- सरकार अपना रही टालमटोल की नीति
को-कनवीनर दिलबाग सिंह ने कहा कि कर्मचारी आम वर्ग का वो हिस्सा है जो अपनी मेहनत के दम पर नौकरियां हासिल कर सेवा के लिए चुने जाते हैं। कर्मचारियों को दर्द को समझते हुए ही राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल कर दिया है जबकि पंजाब सरकार लोगों की सरकार होने का महज दावा ही कर रही है। वह उनकी मांगों पर गौर करने के बजाए टालमटोल की नीति अपनाए हुए है। यही कारण है कि सभी में सरकार के प्रति रोष पाया जा रहा है।
इस मौके पर तीर्थ सिंह बासी, करनैल सिंह संधू, पुष्पिंदर विरदी, निर्मोलक सिंह, दलबीर राम, बलजिंदर सिंह, कुलदीप सिंह कौड़ा, बलजीत कुलार, सुखविंदर मक्कड़, रतन सिंह, कर्मजीत सिंह, रघुवीर सिंह, जुगल किशोर, कुलकरन, यादविंदर सिंह, नसीब सिंह आदि थे।