Chak De India! हॉकी के लिए जालंधर की गर्ल्स भी जोश में, ट्रेनिंग कैंप में सीख रहीं खेल की बारिकियां
सुरजीत हॉकी स्टेडियम में चल रहे हॉकी कोचिंग शिविर में 100 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जिनमें से 32 खिलाड़ी लड़कियां हैं। कैंप के डायरेक्टर सुरिंदर सिंह भापा ने कहा ये लड़किया बहुत प्रतिभाशाली हैं। यहां उन्हें एक अच्छा खिलाड़ी बनने का पूरा मौका मिलेगा।
जालंधर, जेएनएन। हॉकी खेलने को लेकर जालंधर की गर्ल्स भी खासी रुचि दिखा रही हैं। यहां सुरजीत हॉकी स्टेडियम में पिछले करीब दो महीने से चल रहे ट्रेनिंग कैंप में बड़ी संख्या में लड़कियां इस खेल की तकनीकि बारीकियां सीख रही हैं। सुरजीत हॉकी सोसाइटी के निदेशक (कोचिंग कैंप) सुरिंदर सिंह भापा ने कहा कि पिछले 68 दिनों जारी हॉकी ट्रेनिंग कैंप में लड़कों के साथ-साथ बड़ी संख्या में लड़कियों ने भागीदारी की है। यह महिला हॉकी की उन्नति के लिए एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि हॉकी कोचिंग शिविर में 100 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनमें से 32 खिलाड़ी लड़कियां हैं। उन्होंने कहा कि कैंप में आई लड़किया बहुत प्रतिभाशाली हैं। यहां उन्हें एक अच्छा खिलाड़ी बनने का पूरा मौका मिलेगा।
सुरिंदर सिंह भापा ने कहा कि पूर्व ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बच्चों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। आगे भी बड़े खिलाड़ियों को हॉकी के गुर सिखाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
सुरिंदर ने कहा कि सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नेहरू गार्डन के हॉकी विंग को महिला हॉकी की नर्सरी के रूप में जाना जाता है। इसने देश को सबसे ज्यााद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं। अरजिंदर कौर सैनी, राजबीर कौर, निशा शर्मा, बलजीत कौर (कोच), चंचल रंधावा, प्रितपाल कौर जैसे प्रसिद्ध खिलाड़ी यहां से निकले हैं। हालांकि इसके बंद होने के बाद महिला हॉकी में भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि नेहरू गार्डन हॉकी विंग को सरकार को तुरंत दोबारा शुरू करना चाहिए।