भीख मांगने वालों का होगा पुर्नवास
शहर में अब भीख मांगने वाले बच्चों को पकड़कर उन्हें स्पेशल होम या वेलफेयर होम में भेजा जाएगा।
जागरण संवाददाता, जालंधर
शहर में अब भीख मांगने वाले बच्चों को पकड़कर उन्हें स्पेशल होम या वेलफेयर होम में भेजा जाएगा। वहां पर बच्चों को उनकी पढ़ाई के साथ छोटे-मोटे कामों की ट्रे¨नग दी जाएगी, ताकि वे पढ़ लिखकर अपना कोई काम शुरू करने के योग्य बन सकें। साथ ही भीख मांगने वाले दूसरे लोगों को भी कामकाज की ट्रे¨नग दी जाएगी। अगर उन्होंने ट्रे¨नग लेकर काम छोड़कर फिर से भीख मांगना शुरू किया, तीसरी बार पकड़े जाने पर उन्हें तीन साल तक की कैद हो सकती है। भिखारियों को पकड़ने के लिए स्पेशल फोर्स का गठन किया जाएगा।
इस संबंध में फैसला शुक्रवार को जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स स्थित सभागार में डीसी व¨रदर कुमार शर्मा, सिविल जज सीनियर डिवीजन कम सचिव जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी गुरमीत टिवाना एवं एडीसीपी गौतम ¨सगल ने एक बैठक में लिया।
भीख मांगने पर ¨चता व्यक्त करते हुए कहा गया कि इससे समाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है। भीख मांगने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके उनके लिए पुनर्वास के प्रयास किए जाने चाहिए।
भीख मांगने वाले बच्चों को जुवेनाइल रिहेबलिटेशन एक्ट के अंतर्गत वेलफेयर होम, डिटेंशन होम या स्पेशल होम में भेज कर उनके पुनर्वास के प्रयास किए जाएंगे।
तीन साल होगी कैद
बार-बार भीख मांगने वाले व्यक्ति को पकडे़ जाने पर तीन साल की सजा हो सकती है। इसी तरह यदि कोई व्यक्ति किसी बच्चे को भीख मांगने के लिए मजबूर करता है तो उसको 5 साल की सजा हो सकती है। यह भी फैसला लिया गया कि इस संबंधी अधिकारियों, कर्मचारियों को जानकारी देने के उद्देश्य से विशेष जागरुकता अभियान भी शुरू किया जाएगा।