Punjab Ministers Portfolios: नए खेल मंत्री परगट सिंह की पहली चुनौती होगा स्पोर्ट्स कालेज में एथलेटिक्स ट्रैक बिछवाना
परगट सिंह खुद भारतीय हाकी टीम के कैप्टन और तीन बार के ओलंपियन रहे हैं। उनके खेल मंत्री बनने से जिले के खिलाड़ियों और कोचों में एक नई उम्मीद बंधी है। जालंधर में उनके लिए पहली और सबसे बड़ी स्पोर्ट्स कालेज के सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक का काम पूरा करना होगा।
कमल किशोर, जालंधर। जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह को नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी कैबिनेट में खेल मंत्री बनाए जाने से बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे जालंधर में खेलों को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद जगी है। कारण, परगट सिंह खुद भारतीय हाकी टीम के कैप्टन और तीन बार के ओलंपियन रहे हैं। उनके खेल मंत्री बनने से जिले के खिलाड़ियों और कोचों में एक नई उम्मीद बंधी है। जालंधर में उनके लिए पहली और सबसे बड़ी स्पोर्ट्स कालेज के सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक का काम पूरा करना होगा। परगट को इसके लिए तीन महीने ही मिलेंगे क्योंकि उसके बाद आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
एथलेटिक्स ट्रैक बिछाने का टेंडर पास हो चुका है लेकिन अब तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ है। फिलहाल, ट्रैक खराब हालत में है। यहां खिलाड़ी जगह-जगह से फटे ट्रैक पर प्रैक्टिस करने को मजबूर हैं। हालांकि सुरजीत हाकी स्टेडियम में लगने वाली नई एस्ट्रो टर्फ का काम शुरू हो चुका है। दिसंबर के अंत में काम खत्म होने की उम्मीद जताई जा रही है। शहर में 400 मीटर का एक अन्य एथलेटिक्स ट्रैक भी बनाने की मांग है। इसे किसी भी कालेज में बनाया जा सकता है। खिलाड़ियों को उम्मीद है कि परगट सिंह के खेल मंत्री बनने के बाद जिले को एक और एथलेटिक्स ट्रैक मिल सकेगा।
हाकी नर्सरी संसारपुर में एस्ट्रो टर्फ की दरकार
पंजाब में हाकी नर्सरी कहे जाने वाला संसारपुर गांव नई एस्ट्रो टर्फ को तरस रहा है। यह गांव देश को कई ओलंपियन दे चुका है। कुकर पिंड हॉकी के खेल मैदान में भी एस्ट्रो टर्फ नहीं बिछी है। खुसरोपुर का भी यही हाल है। यह तब है जब हाल में टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम में कैप्टन मनप्रीत सिंह सहित चार खिलाड़ी जालंधर के थे।
हंसराज स्टेडियम में कई प्रोजेक्ट लटके
दूसरी ओर, हंसराज स्टेडियम के बास्केटबाल कोर्ट भी दुर्दशा का शिकार है। वर्तमान में यहां की दर्शक गैलरी में झाड़ियां उगी हुई हैं। हंसराज स्टेडियम की की बात करें तो टेबल टेनिस हाल को रिनोवेट के लिए रकम जारी हो चुकी है। काम कब शुरू होता है, यह आने वाला समय बताएगा।
खेल विभाग में स्थायी कोचों की कमी
जिला खेल विभाग में स्थायी कोचों की कमी है। फिलहला, अस्थायी कोच ही खिलाड़ियों को कोचिंग दे रही हैं। स्थायी कोच रखने की मांग कई वर्षों से चली आ रही है।
पंजाब में खेल का स्तर ऊंचा उठेगा
सुरजीत हाकी सोसाइटी के सचिव इकबाल सिंह संधू ने कहा कि परगट सिंह को खेल मंत्री बनाए जाने से पंजाब में खेल स्तर बेहतर होगा। विभाग को नए कोच मिलेंगे। पिछले समय में जो स्पोर्ट्स विंग बंद हो गए हैं, वह शुरू होने की उम्मीद है। खेल प्रमोटर सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि परगट सिंह को खेल मंत्री बनाए जाने पर खेल इंडस्ट्री प्रोत्साहित होगी। उम्मीद है कि नए स्टेडियम बनेंगे। पंजाब खेलों को लेकर बेहतर राज्य बनेगा।