डीएवी कालेज नकोदर में 'फसली अवशेष प्रबंधन' पर सेमिनार
संवाद सहयोगी नकोदर केआरएम डीएवी कालेज नकोदर में प्रिसिपल डा. अनूप कुमार की अगुआई में अर्थ शास्त्र विभाग व एनएसएस यूनिट द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र नूरमहल के सहयोग से फसली अवशेष प्रबंधन विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया।
संवाद सहयोगी, नकोदर : केआरएम डीएवी कालेज, नकोदर में प्रिसिपल डा. अनूप कुमार की अगुआई में अर्थ शास्त्र विभाग व एनएसएस यूनिट द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र, नूरमहल के सहयोग से 'फसली अवशेष प्रबंधन' विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया।
सेमिनार में प्रो. डा. कमलजीत सिंह ने भविष्य को सुधारने के लिए फसली अवशेष प्रबंधन की महत्ता बताई और ठीक फसली चक्र को अपनाने की बात कही। मुख्य वक्ता के रूप में कृषि विज्ञान केंद्र, नूरमहल से डा. कंचन संधू ने शिरकत की व कहा कि गेहूं व धान की कटाई के बाद फसली अवशेष को आग न लगाकर खेतों में ही जोतना चाहिए। उन्होंने पराली को संभालने की अलग-अलग तकनीकों बारे जानकारी दी व हैपी सीडर, बेलर व सुपर सीडर मशीनों बारे बताया। उन्होंने इन तकनीकों के अलग-अलग फायदों को अपनाने बारे कहा तथा वातावरण की सुरक्षा के लिए फसली अवशेष के सही प्रबंध को उत्साहित किया। उन्होंने मित्र कीड़ों को न मारने की सलाह भी दी। सेमिनार में कालेज के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस मौके पर प्रो. कर्मजीत सिंह, प्रो. अजय कुमार लित्तरां, प्रो. सौरवदीप सिंह, प्रो. मोनिका शर्मा, प्रो. रेणु, प्रो. मोनिका, प्रो. मनीषा, कुलदीप सिंह के अलावा स्टाफ सदस्य मौजूद थे। अंत में प्रो. इंदु बत्तरा ने आए मुख्य वक्ता, विद्यार्थियों व समूह प्रबंधन टीम का धन्यवाद किया।