सकारात्मक सोच से हराया जा सकता है कोरोना : डा. सूद
दिन-प्रतिदिन जहां कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है वहीं लोगों की मानसिक स्थिति पर इसका असर देखने को मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : दिन-प्रतिदिन जहां कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है, वहीं लोगों की मानसिक स्थिति पर इसका असर देखने को मिल रहा है। मनोरोगों के माहिर सीनियर डा. अमन सूद ने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति कोरोना पाजिटिव आता है तो वह और उसके पारिवारिक सदस्य नकारात्मक सोच के कारण मानसिक तनाव में आ जाते हैं। हमें कोविड नियमों की पालना करने के साथ-साथ एक सकारात्मक सोच तथा डाक्टरी सलाह से इस बीमारी का सामना करना चाहिए।
डा. सूद ने कहा कि कोविड-19 के चलते जहां लोगों के आपसी मेलजोल व रोजाना के कामकाज में तबदीली आई है, वहीं लोगों के मन में डर का माहौल बना है। इस कारण लोगों में चिड़चिड़ापन, नींद न आने जैसे लक्ष्ण पैदा हो रहे हैं। उनकी आर्थिक व मानसिक स्थिति कमजोर हो रही है और रिश्तों में तनाव पैदा हो रहा है।
जिला समूह शिक्षा व सूचना अफसर किरपाल सिंह झल्ली ने बताया कि एकांतवास हुए मरीजों को बुक रीडिग, अपना मनपसंद म्यूजिक सुनने, अपने पारिवारिक व दोस्त-मित्रों से मोबाइल के जरिये बातचीत करके खुद को व्यस्त रखना चाहिए। ताकि नेगेटिव विचार उनकी मानसिक हालत को प्रभावित न कर सकें।