घरों में जय श्री राम तो टीवी पर वियोग के स्वरों से आहत हुई धार्मिक भावनाएं
श्री रामनवमी को लेकर घर-घर में प्रभु श्री राम की पूजा अर्चना की गई।
शाम सहगल, जालंधर
वीरवार को नौवें नवरात्र पर मां दुर्गा के स्वरूप सिद्धिदात्री के साथ-साथ श्री रामनवमी को लेकर घर-घर में प्रभु श्री राम की पूजा अर्चना की गई। उधर, दूरदर्शन पर रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण का प्रसारण चल रहा था। इस बीच राजा दशरथ के देहांत का दृश्य प्रसारित करने से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो गई। लोग इसे शुभ दिन वाले पर अशुभ एपिसोड का प्रसारण बता रहे हैं। इसी विषय को लेकर 'दैनिक जागरण' ने जानी लोगों की राय। दूरदर्शन पर दिखा दूरदर्शिता का अभाव
टैगोर नगर निवासी विकास जैन बताते हैं कि दूरदर्शन पर आज दूरदर्शिता दिखी। चैत्र के नौवें नवरात्र तथा प्रभु श्री राम के जन्म दिवस वाले दिन राजा दशरथ के देहांत का एपिसोड दिखाना इस बात का प्रमाण है। दूरदर्शन ने इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया। देश वासियों की भावनाओं का भी नहीं रखा ध्यान
अमित मैनी का कहना है कि दूरदर्शन ने देशवासियों की भावनाओं का भी ध्यान नहीं रखा। प्रभु श्री राम के जन्म दिवस पर लोग घरों में पूजा अर्चना करते हैं, जबकि दूरदर्शन ने इसके विपरीत वियोग वाला एपिसोड दिखाकर लोगों की भावनाओं को आहत किया है। श्री रामजन्म वाला एपिसोड दिखाते
रोहित जोशी का कहना है कि वीरवार को प्रभु श्री राम का जन्म दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन दूरदर्शन को भी भगवान श्री राम के जन्म दिवस वाला एपिसोड दिखाया जाना चाहिए था। आज राजा दशरथ के देहांत को दिखाया गया है। जो सरासर गलत था। प्रसारण से पहले दिन की विशेषता देखे दूरदर्शन
सिटी वाल्मीकि सभा के चेयरमैन राज कुमार राजू का मानना है कि किसी भी कार्यक्रम के प्रसारण से पहले दूरदर्शन को उस दिन की विशेषता का ध्यान रखना चाहिए। अन्यथा वीरवार की तरह शुभ दिन पर ऐसे एपिसोड दिखाकर लोगों की भावनाएं आहत होंगी।