प्लॉट बन रहे कूड़े के डंप, निगम का एक्शन जीरो
नगर निगम नियम बनाकर भूल जाता है और भुगतना जनता को पड़ता है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नगर निगम नियम बनाकर भूल जाता है और भुगतना जनता को पड़ता है। ऐसे ही एक नियम से शहर की हर कॉलोनी के लोग परेशान हैं। निगम ने तय किया था कि प्लॉटों में कूड़ा नहीं फेंका जाएगा। इसके लिए नियम बना दिया था कि प्लाट मालिक को बाउंड्री वाल कम से कम 10 फुट ऊंची रखनी होगी ताकि कोई कूड़ा न फेंक सके। प्लाट मालिक की जिम्मेदारी रहेगी कि वह प्लाट की सफाई रखे। ऐसा न करने पर प्लॉट मालिक का चालान काट कर जुर्माना वसूला जाएगा। लेकिन निगम ऐसा नहीं कर रहा है। यह मामला कई बार हाउस मीटिग में भी उठा, लेकिन अमल न होने से कॉलोनियों के खाली प्लॉट कूड़े के डंप बनते जा रहे हैं। पार्षदों के पास ऐसी शिकायतें आना अब आम है। कई बार तो पार्षद को निजी खर्च से प्लाट साफ करवाना पड़ता है तो कई बार जनता की जेब कटती है। ऐसी ही एक समस्या वार्ड नंबर 28 के लोगों ने भी दैनिक जागरण टीम के सामने 'जागरण आपके द्वार' प्रोग्राम में उठाई। इंदिरा पार्क, ग्रीन माडल टाउन, मिट्ठापुर, ग्रीन एवेन्यू, राजा गार्डन, दादा नगर, गार्डन कॉलोनी के लोगों को कहना है कि इस समस्या के कारण घरों में कीड़े आने और बरसात के दिनों में बदबू फैलने की समस्या बढ़ जाती है। नगर निगम अपनी ड्यूटी तक नहीं निभा पा रहा।
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साल में दो-तीन बार अपने खर्च पर साफ करवाने पड़ते हैं प्लॉट : शीतल
वार्ड निवासी शीतल ढिल्लों बताते हैं कि शहर में खाली पड़े प्लाटों में कूड़ा फेंकने की मनाही है। नगर निगम ने इसके लिए जुर्माना भी तय किया है, लेकिन आज तक जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कई बार तो अपनी जेब से पैसे खर्च करके खाली प्लाटों में सफाई करवाई है, क्योंकि इनके कारण जहरीले कीड़े पैदा हो रहे थे। इलाके में बदबू फैल रही थी। जैसे विदेशों में ऐसी शिकायतों पर म्यूनिसिपल स्टाफ खुद ही सफाई करके खर्च प्लाट होल्डरों के अकाउंट में डाल देता है तो ऐसे ही जालंधर नगर निगम को भी करना चाहिए। निगम के पास तो अब सबके यूआइडी नंबर भी हैं। प्लाट मालिकों के खाते खर्च खड़ा कर दिया जाए और नोटिस भेज कर वसूली की जाए।
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निगम को सूचना दें, कार्रवाई करेंगे : मेयर
मेयर जगदीश राजा ने कहा कि कूड़े को लेकर पूरी तरह से सख्ती की जा रही है। वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर योजनाओं पर काम हो रहा है। अगर कोई व्यक्ति वेस्ट मैनेजमेंट में रुकावट बनेगा तो उस पर कार्रवाई करेंगे। कॉलोनियों मे अगर कहीं भी खाली प्लाटों में कूड़ा फेंकने की सम्सया है तो निगम को सूचना दें। इस पर कड़ी कार्रवाई होगी। कॉलोनियों में अब खाली जमीनें कम हैं। लोग सहमति से खाली प्लाटों को साफ करवाकर बच्चों के खेलने का इंतजाम भी कर सकते हैं।