ट्रांसपोर्टरों से तीस हजार प्रति माह लेने का हुआ फैसला
नई दाना मंडी में पिछले कई दिनों से पर्ची को लेकर चल रहा विवाद सुलझ गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर
नई दाना मंडी में पिछले कई दिनों से पर्ची को लेकर चल रहा विवाद शुक्रवार को सुलझ गया। मार्केट कमेटी के चेयरमैन राज कुमार अरोड़ा व सचिव सुरिंदरपाल शर्मा के साथ मंडी के कारोबारियों के साथ देर शाम तक चली बैठक के दौरान वसूली को लेकर सभी ने एकमत से सहमति दे दी। इस दौरान मंडी में चल रही ट्रांसपोर्टरों से संयुक्त रूप से तीस हजार रुपये प्रति माह लेने का फैसला हुआ है। इसके अलावा अन्य वाहनों के प्रवेश पर पर्ची लगाई जाएगी।
दरअसल, करीब पांच दशक के बाद नई दाना मंडी में प्रवेश को लेकर पर्ची लगाने का प्रावधान तय किया गया है। इसके तहत वाहन के हिसाब से रेट रखे गए हैं। इसका मंडी के कारोबारियों द्वारा विरोध किया जा रहा था। मामले को लेकर गत वीरवार को कारोबारी व मंडी अधिकारी और चेयरमैन आमने सामने हो गए थे। विवाद बढ़ता देख मौके पर पुलिस तक बुलानी पड़ गई थी। इसके बाद शुक्रवार को बैठक करने पर सहमति बनी थी। इसके साथ ही खरीद के सीजन में किसानों व आढ़तियों के वाहनों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस मौके पर मंडी के कारोबारी तरसेम कपूर, गोपाल दास, अश्वनी शर्मा सहित सदस्य मौजूद थे। मंडी बोर्ड के नियमों के मुताबिक लगाई पर्ची
मार्केट कमेटी के चेयरमैन राज कुमार अरोड़ा ने कहा कि मंडी बोर्ड के नियमों के मुताबिक यहां पर प्रवेश पर पर्ची लगाई गई है। इससे आने वाले रेवेन्यू से मंडी का विकास व मेंटीनेंस की जाएगी। इसका विरोध करना गैरकानूनी है। मंडी के बारह वाहन पार्क कर पहुंचाया जा रहा था नुकसान
मार्केट कमेटी के सचिव सुरिदरपाल शर्मा बताते हैं कि मंडी में सड़क निर्माण से लेकर पेयजल व शौचालय को लेकर व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मंडी में बाहर के लोग भारी वाहन पार्क कर जाते हैं, जिससे खरीद का काम तो प्रभावित होता है। इसके साथ ही मंडी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जिसके चलते उक्त नियम बनाया गया है।