पंजाब चुनाव व न्यू ईयर में बड़े हमले की फिराक में आइएसआइ, आतंकियों ने पूछताछ में किया खुलासा
गुरुदासपुर व अमृतसर में पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। कहा कि आइएसआइ ने क्रिसमस पर ड्रोन से ग्रेनेड की खेप भेजनी है। आइएसआइ की योजना न्यू ईयर व पंजाब चुनाव के दौरान डिस्टर्ब करने की है।
नवीन राजपूत, अमृतसर। पिछले एक सप्ताह में पकड़े गए पांच आतंकियों से इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ क्रिसमस के आसपास ग्रेनेड व टिफिन बम की खेप भेजने वाली है। इसे ठिकाने लगाने के लिए वह तस्करों और ड्रोन का सहारा लेगी। पता चला है कि दिसंबर महीने में पड़ने वाले कोहरे की आड़ में आतंकी भी सीमा पार करने की फिराक में हैं।
उधर, पकड़े गए आतंकियों ने पुलिस हिरासत में स्वीकार किया है कि आइएसआइ आतंकियों के माध्यम से नव वर्ष और चुनाव में किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकती है। इसके लिए पूरी योजना तैयार की जा चुकी है। यही नहीं, पाकिस्तान ड्रोन के माध्यम से ग्रेनेड और विस्फोटक पहले ही सीमावर्ती क्षेत्रों में पहुंचा चुका है। जिसका कुछ हिस्सा पुलिस ने बरामद भी किया है।
पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ दिन पहले पकड़े गए तरनतारन निवासी रंजीत सिंह, लोपोके निवासी सुखविंदर सिंह, होशियारपुर निवासी राज सिंह, जसमीत सिंह और सोनू कुल चार ग्रेेनेड, पिस्तौल और विस्फोटक बरामद किया जा चुका है। उक्त आरोपितों ने स्वीकार किया है कि अपने आका से आदेश मिलते ही उन्होंने इन हथियारों से बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देना था, लेकिन उन्हें अभी तक टारगेट नहीं दिया गया था।
जांच में सामने आया है कि पकड़े गए आतंकी जेलों में बंद कुख्यात गैंगस्टरों के भी संपर्क में हैं। पुलिस खाका तैयार कर रही है कि आने वाले दिनों में गैंगस्टरों को जेल से लाकर पूछताछ की जाए। उधर, बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सीमा पर गश्त बढ़ाई गई है, ताकि ड्रोन की मूवमेंट को रोका जा सके।
जम्मू-कश्मीर और पंजाब में एक ही ग्रेनेड
जांच में सामने आया है कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन जिन ग्रेनेड का इस्तेमाल कर रहे हैं वही अब पंजाब में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। जिन पर चीन का मार्का लगा है। इनकी नुकसान पहुंचाने की क्षमता भी एक जैसी ही है।
खालिस्तान का राग अलाप रहा पाक
पकड़े गए रंजीत सिंह ने खुलासा किया था कि पाकिस्तान पंजाब में बैठे गरमख्याली नेताओं के दिल में खालिस्तानी एजेंडे को हवा दे रहा है। आइएसआइ फिर से कनाडा और इंग्लैंड में बैठे आतंकियों को एक्टिव करके पंजाब के युवाओं को उकसाने का प्रयास कर रहा है। उन्हें स्लीपर सैल बनाकर आतंकी हमले करने के लिए तैयार किया जा रहा है।