फेसबुक व वाट्सएप से बढ़ रहा मानसिक तनाव: ले. कर्नल पंकज
नकारात्मक सोच भी है स्ट्रेस का कारण : कर्नल शर्मानकारात्मक सोच भी है स्ट्रेस का कारण : कर्नल शर्मानकारात्मक सोच भी है स्ट्रेस का कारण : कर्नल शर्मानकारात्मक सोच भी है स्ट्रेस का कारण : कर्नल शर्मानकारात्मक सोच भी है स्ट्रेस का कारण : कर्नल शर्मानकारात्मक सोच भी है स्ट्रेस का कारण : कर्नल शर्मा
जागरण संवाददाता, जालंधर :
वर्तमान में भागदौड़ की ¨जदगी में बच्चों से लेकर बुजुर्ग स्ट्रेस की गिरफ्त में हैं। इंटरनेट के युग में आपसी दूरियां भले ही कम हुई परंतु तनाव का आलम बढ़ा है। इस बात की जानकारी रविवार को ले. कर्नल पंकज शर्मा ने न्यूरोसाइकेट्री एंड एएनआर अस्पताल की ओर से मेंटल हेल्थ जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में स्थानीय होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।ले. कर्नल पंकज शर्मा ने बताया कि इंटरनेट के युग में मानसिक शांति पूरी तरह से भंग हो चुकी है। दोस्ती भी इंटरनेट की तरंगों में समा कर रह गई हैं। फेसबुक और वाट्सएप ने भले ही देश विदेश में रहने वालों की दूरियां कम कर दी है परंतु अपनेपन की मिठास फीकी पड़ने लगी है। लोग ज्यादातर समय फेसबुक व वाट्सएप पर ही लगाते हैं जो मानसिक तनाव का कारण बन रहे है। मनोविज्ञानी पूर्णिमा महेन्द्रू ने बताया कि नकारात्मक सोच भी मानसिक तनाव को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने बताया कि मानसिक तनाव बच्चों के दिमागी व शारीरिक विकास में बाधा पैदा कर सकते हैं।
रोटरी क्लब के पूर्व गवर्नर सुरिंदर सेठ भी बच्चों के साथ रूबरू हुए। उन्होंने बच्चों के मन जानी तो बच्चे बोले की उन्हें लड़ाई झगड़ा करने वालों से सख्त नफरत हैं। अस्पताल के एमडी डॉ. सर्बजीत ¨सह ने बताया कि 10 अक्तूबर तक मेंटल हेल्थ जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान अस्पताल की ओर से दस स्कूलों में पें¨टग मुकाबले करवाए गए। प्रतियोगिता में 55 विद्यार्थियों ने भाग लिया। बच्चों ने मेंटल हेल्थ के विषय पर पेंटिग बनाकर लोगों को तनाव मुक्त रहने का संदेश दिया। मुकाबले में एपीजे स्कूल की अदिती अरोड़ा पहले, इनोसेंट हार्ट स्कूल की अरशिया दूसरे तथा एमजीएन स्कूल की सांची तीसरे स्थान पर रही। इस मौके पर डॉ. गरिमा अरोड़ा, वनिता सेठ,डॉ. टीएल चोपड़ा, डॉ. केवीएस लक्ष्मी, राजबीर कौर बाजवा के अलावा बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद थे।