डिजिटल इंडिया से डाकघर के खाते भी हुए हाईटैक, घर बैठे मिलेगी हर सुविधा
डाकघर में पैसे जमा करवाने व निकलवाने के अलावा किसी दूसरे के खाते में ट्रांसफर करवाने के लिए अब लोगों को घंटों लाइन में नही लगना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, जालंधर। डाकघर में पैसे जमा करवाने व निकलवाने के अलावा किसी दूसरे के खाते में ट्रांसफर करवाने के लिए अब लोगों को घंटों लाइन में नही लगना पड़ेगा। डाकघर की स्लो इंटरनेट की समस्या से भी निजात मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के तहत डाकघरों के खातों को हाईटैक बनाया गया है। इंटरनेट बैंकिंग की सेवा को डाक विभाग हर खाताधारक तक पहुंचाने की कवायद कर रहा है। जालंधर में डाकघर के करीब पांच लाख खाता धारकों को हाईटैक तकनीक का लाभ मिलेगा।
डाकघर के सीनियर पोस्टमास्टर अशोक कुमार गर्ग ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि हाल ही में विभाग की ओर से इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा शुरू की गई है। इससे पहले खाताधारकों को खुद लाइन में लगकर पैसे का लेन करने के अलावा पासबुक में एंट्री करवाने के खासा जूझना पड़ता था। हाईटैक तकनीक से जुड़ने के बाद निजी व सरकारी बैंकों की तर्ज पर खाताधारक घर में कंप्यूटर व अपने मोबाइल पर अपने खाते का विवरण देख सकता है। डाकघर में लोगों को इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा की जानकारी दी जा रही है।
सिर्फ एक बार आना होगा डाकघर
इंटरनेंट बैंकिंग से जुड़ने के लिए एक बार उपभोक्ता को डाकघर में आना पड़ेगा और उसके बाद पूरा कामकाज वह अपने घर और आफिस में ही कर सकेगा। उपभोक्ता को ऑनलाइन ही लॉग इन आईडी और पासवर्ड मिलेगा। उन्होंने इसे पूरी तरह से सुरक्षित बताया है।
मोबाइल व ईमेल पर अपडेट होगी सारी जानकारी
खाते की जानकारी उसे रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी पर अपडेट होती रहेगी। खाताधारक इंटरनेंट बैकिंग से अपना खाता भी बंद कर सकता है। डाक विभाग ने पहले चरण में डाकघर के खातों में ही पैसे ट्रांसफर करवाने की सुविधा दी है। इसके बाद दूसरे बैंकों के साथ जोड़ने की योजना है। हालांकि उपभोक्ता अपने एटीएम से किसी दूसरे बैंक के एटीएम में भी इस्तेमाल कर कैश ले सकता है।