भारतीय लोग होशियार, बन सकते हैं अच्छे वैज्ञानिक : प्रो. कोहली
स्कूल और कालेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को साइंस पढने और रिसर्च के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से डीएवी यूनिवर्सिटी में इंस्पायर प्रोग्राम करवाया गगया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : स्कूल और कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को साइंस व रिसर्च में दिशा प्रदान करने व प्रोत्साहित करने के लिए डीएवी यूनिवर्सिटी में इंस्पायर प्रोग्राम करवाया गया। उसका शुभारंभ सेंट्रल यूनिवर्सिटी पंजाब के वीसी प्रो आरके कोहली, डीएवी यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो राकेश कुमार महाजन, डीन अकादमिक डॉ. देश बंधु गुप्ता, रजिस्ट्रार डॉ सुषमा आर्य, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ जसबीर ऋषि ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके किया। मुख्यातिथि प्रो. कोहली ने कहा कि देश के विकास के लिए साइंटिस्ट की बहुत जरूरत है। भारतीय लोग होशियार होने की वजह से अच्छे वैज्ञानिक बन सकते हैं। साइंस को प्रमोट करने के लिए भारत सरकार स्कॉलरशिप भी मुहैया करवा रही है। विद्यार्थियों को इसका फायदा उठाना चाहिए। विज्ञान में रिसर्च का अधिक महत्व है। रिसर्च के इशू को अपने आसपास के परिवेश से ही ढूंढना चाहिए। टॉवर रेडिएशनस से पड़ा है चिड़ियों पर असर
डॉ आरके कोहली ने बताया कि मोबाइल टावर्स से निकलने वाली रेडिएशनस से चिड़ियों की प्रजातियों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। बहुत सारी चिड़ियां इसकी वजह से खत्म हो गई है। रिसर्च में इस बात के सबूत मिले हैं। इसलिए नहीं उगती कोई चीज सफेदे के नीचे
डॉ कोहली ने बताया कि सालों से चल रही रिसर्च में पता चला है कि सफेदे के पतों से एक तेल निकलता है। बारिश होने से यह तेल जमीन पर पहुंच जाता है जो किसी भी पौधे को उगने नहीं देता। तेल में पाए जाने वाले कंपाउंडस पर रिसर्च चल रही है जो आगे चल कर नेचुरल हरबिसाइड बनाने में मदद दे सकता है।