इंस्पेक्टर इंदरजीत व एएसआइ अजायब सिंह बर्खास्त, संपत्ति की जांच शुरू
नशा तस्करों से मिलीभगत के आरोप में इंस्पेक्टर इंदरजीत सिंह औरएएसआइ अजायब सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है।
जेएनएन, जालंधर/कपूरथला। नशा तस्करों से मिलीभगत कर ड्रग्स का धंधा करने वाले इंस्पेक्टर इंदरजीत सिंह और उसके लिए काम करने वाले एएसआइ अजायब सिंह को वीरवार शाम पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। दोनों पर मोहाली में केस दर्ज है।
बड़ी रिकवरी होने के बाद एसटीएफ ने एसएसपी कपूरथला संदीप कुमार शर्मा को जानकारी दी थी। इसकी पूरी रिपोर्ट चंडीगढ़ मुख्यालय भेज दी है। 12 जून को एसटीएफ की टीम ने इंस्पेक्टर इंदरजीत को पुलिस लाइन जालंधर से पकड़ा था। जालंधर और फगवाड़ा स्थित स्टाफ क्वार्टर से तालाशी में 383 कारतूस मिले थे। इसके अलावा 9 एमएम की इटैलियन पिस्टल व 38 बोर पिस्टल समेत एके 47 व साढ़े 16 लाख रुपये और 3550 पाउंड मिले थे। वहीं अजायब सिंह को टीम ने 13 जून को पकड़ा था। कपूरथला में उससे एक पिस्तौल, एक रिवॉल्वर, 150 कारतूस और 1600 नशीली गोलियां बरामद की थीं।
इंदरजीत व उसके करीबियों की संपत्ति की जांच शुरू
एसटीएफ की तरफ पिछले दिनों चार किलो हेरोइन व हथियारों समेत गिरफ्तार किए गए सीआइए स्टाफ कपूरथला के तत्कालीन इंचार्ज इंस्पेक्टर इंदरजीत सिंह के अमृतसर स्थित घर से एके 47 मिलने के बाद एसटीएफ की एक टीम अमृतसर में ही रुकी हुई है। टीम अमृतसर में उसके करीबियों से उसकी संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। अमृतसर में ही श्री दरबार साहिब के पास स्थित एक होटल भी इंद्रजीत का बताया जा रहा है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। इंदरजीत का भाई अमृतसर में ही पार्षद है, जिस पर टीम होटल को उसके या उसके भाई के होने के बारे में जांच कर रही है।
सूत्रों की मानें तो इंदरजीत की नकोदर, करतारपुर, जालंधर और अमृतसर में कई प्रॉपर्टी की जानकारी मिली है। सभी कुछ ही साल के अंतराल में बनाई गई बताई जा रही हैं। हालांकि इंदरजीत ने इन संपत्तियों को सीधा खुद के नाम पर नहीं खरीदा है। टीम जांच में जुटी है कि पकड़े गए मामलों में इंदरजीत ने किस तरह से रुपये कमाए और उन्हें कहां खपाया। अमृतसर के होटल में भी एसटीएफ की टीम इंदरजीत के लगाए गए रुपयों के रूप में देख रही है।
अमृतसर में होटल समेत अन्य संपत्तियों की जानकारी के बाद एसटीएफ मोहाली ने एसएसपी कपूरथला संदीप कुमार शर्मा को दोनों पर दर्ज हुए केस और रिकवरी के बारे में जानकारी दी। एसएसपी कपूरथला संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि दोनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
कपूरथला में दर्ज किए थे नशे के सात मामले
इंदरजीत सिंह सीआइए स्टाफ कपूरथला के इंचार्ज के तौर पर कार्यरत था और वह काफी लंबे समय तक फगवाड़ा में भी तैनात रहा। उसके नाम गैंगस्टरों व नशा तस्करों के खिलाफ कारवाई करने की कई उपलब्धियां दर्ज हैं, लेकिन किसी ने यह नही सोचा था कि वह खुद भी नशे के मामले में लिप्त होगा। इंदरजीत ने अपने कपूरथला में कार्यकाल दौरान करीब 7 मुकदमे दर्ज किए, जिनमें सबसे बड़ा मामला मात्र 350 ग्राम हेरोइन पकडऩे का है और अन्य में 750 ग्राम गाजा, 40 ग्राम नशीला पाउडर, 1 कट्टा देसी आदि शामिल है। एसटीएफ ने इंदरजीत सिंह को नशे के खिलाफ चलाई मुहिम के तहत हिरासत में लेकर बड़ी मात्रा में स्मैक, हेरोइन व हथियार बरामद किए है।
इससे पंजाब पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हो गया है। इंदरजीत भले ही अपनी पहुंच के कारण पंजाब पुलिस में सम्मान जनक स्थान रखता था, लेकिन आम लोगों में उसकी पहचान कभी भी अच्छा नहीं रही। उस पर किसी भी व्यक्ति को फंसा कर व ब्लैकमेङ्क्षलग करते हुए लूटते के भी आरोप लगते रहे, लेकिन ऐसी शिकायतें उसकी पहुंच के सामने दम तोड़ जाती थीं।
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