दाने-दाने को मोहताज हो रहे सऊदी अरब की कंपनी में फंसे हजारों भारतीय सरकार से लगाई गुहार
सऊदी अरब की एक कंपनी में फंसे 4000 भारतीय दाने-दाने को मोहताज हैं। आठ महीने से वेतन न मिलने से वे अपनी ही कंपनी का कबाड़ बेच भूख मिटा रहे हैं।
जागरण टीम, जालंधर/होशियारपुर। आठ माह से वेतन नहीं मिलने पर सऊदी अरब की एक कंपनी में फंसे भारतीय दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। इन्हें समय पर दो वक्त की रोटी भी नहीं हो पा रही है। अपनी भूख शांत करने के लिए मजबूरी में इन्हें अपनी कंपनी का कबाड़ बेचना पड़ रहा है। मेडिकल कार्ड न होने से बीमारी में दवाइयां तक नसीब हो पा रही हैं। यह बात वहां फंसे मकसूदां (जालंधर) के योधा मल ने बताई है।
बता दें कि सऊदी अरब की इस कंपनी में करीब 4000 भारतीय फंसे हुए हैं। इनमें से करीब 1400 पंजाबी हैं। पंजाबियों में जालंधर और होशियारपुर के लोग ज्यादा हैं। पिछले दिनों सभी ने वीडियो के माध्यम से भारत सरकार से दखल देकर वेतन दिलवाने की गुहार लगाई है।
योधा मल ने बताया कि सऊदी अरब की कंपनी जेएंडपी जेद्दाह के दो पार्टनर थे। दोनों में अनबन होने के कारण कंपनी बंद हो गई। कंपनी के मालिक रुका वेतन देने से हाथ खड़ा कर दिए हैं। इसी चक्कर में उन्हें आठ महीने से तनख्वाह नहीं मिली और वे पाई-पाई को मोहताज हो गए हैं। अब तो हालत यह है कि कंपनी के स्क्रैप बेचकर वह सभी अपने पेट की भूख शांत कर रहे हैं। उनके मेडिकल कार्ड नहीं मिले हैं। ऐसे में जो लोग बीमार हो जाते हैं, उन्हें दवाइयां तक नहीं मिलती हैं।
योधा ने बताया कि पैसे न होने के कारण वे घर वापस लौटने की हालत में भी नहीं है। इसीलिए वह वीडियो से केंद्र और पंजाब सरकार से इस नरक भरी जिंदगी से बाहर निकालने की फरियाद कर रहे हैं। यहां पर न तो उनकी लेबर कोर्ट कोई सुनवाई कर रही है और न ही एंबेंसी ठीक से साथ दे रही है। उनकी मांग है कि उन्हें इस मुश्किल से बाहर निकाला जाए।
15 दिन पहले हुई थी भाई से बातः मनजीत
होशियारपुर की मनजीत कौर ने बताया कि उनका भाई हरदेव सिंह व मामा का लड़का गुरमुख तीन साल पहले काम के सिलसिले में सऊदी अरब गए थे। भाई से उनकी 15 दिन पहले बात हुई थी। तब उसने बताया था कि वेतन न मिलने से परेशानी हो रही है। मनजीत ने मांग की कि भाइयों को वतन वापस बुलाने के लिए केंद्र सरकार तुरंत कदम उठाए।