Surjit Hockey: रेलवे का 5 साल बाद ट्राफी पर कब्जा, फाइनल में पंजाब एंड सिंध बैंक को 3-1 से हराया
भारतीय रेलवे की टीम ने 11 बार की विजेता और पिछले साल की चैंपिनय पंजाब एंड सिंध बैंक को फाइनल में 3-1 से हराकर ट्राफी पर 6 साल बाद दोबारा कब्जा किया है। भारतीय रेलवे वर्ष 2015 में भी खिताब अपने नाम किया था
जागरण संवाददाता, जालंधर। सुरजीत हाकी टूर्नामेंट को नया चैंपियन मिल गया है। भारतीय रेलवे की टीम ने 11 बार की विजेता और पिछले साल की चैंपिनय पंजाब एंड सिंध बैंक को फाइनल में 3-1 से हराकर ट्राफी पर 5 साल बाद दोबारा कब्जा किया है। इससे पहले, भारतीय रेलवे वर्ष 2015 में भी खिताब अपने नाम किया था। रेलवे के खिलाड़ी प्रदीप सिंह को मैन आफ द टूर्नामेंट के खिताब से नवाजा गया है। पुरस्कार वितरण समारोह में खेल मंत्री परगट सिंह खिलाड़ियों पुरस्कृत किया।
पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने बेहतर हाकी का प्रदर्शन किया। खेल 14वें मिनट में रेलवे के खिलाड़ी अजमेर सिंह ने पेनाल्टी कार्नर से गोल करके अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। 15वें मिनट में पंजाब एंड सिंध बैंक के खिलाड़ी मनिंदरजीत सिंह ने मैदानी गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। दूसरे क्वार्टर के 30वें मिनट में रेलवे के खिलाड़ी प्रदीप सिंह ने पेनाल्टी कार्नर को गोल में तब्दील कर 2-1 से बढ़त बना ली। पंजाब एंड सिंध बैंक को 47वें व 53वें मिनट में दो पेनाल्टी कार्नर मिले लेकिन खिलाड़ी गगनप्रीत सिंह गोल में तब्दील न कर सकें। रेलवे के खिला़ड़ी वरिंदर सिंह ने 60वें मिनट में मैदानी गोल कर 3-1 गोल स्कोर कर मैच जीत लिया। अंतिम बार वर्ष 2015 में भारतीय रेलवे ने खिताब जीता था। टीम वर्ष 2018 में उपविजेता रही थी। इससे पहले, मैच के आरंभ में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी खिलाड़ियों से मिले। खेल मंत्री परगट सिंह ने विजेता टीम को ट्राफी व पांच लाख रुपए नगद राशि से पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर सांसद संतोख सिंह चौधरी, विधायक बावा हैनरी, तेजिंदर सिंह बिट्टू, ओलंपियन हरप्रीत मंडेर, एलआर नैय्यर, लखविंदर सिंह, अमरीक सिंह, कृपाल सिंह, सुरिंदर सिंह भापा, गुरविंदर सिंह, राम प्रताप, नरिंदरपाल सिंह, रणबीर सिंह, तरसेम सिंह, लखविंदर सिंह लाली, ओलंपियन संजीव कुमार, कृपाल सिंह, कुलविंदर सिंह उपस्थित थे।